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हड़ताल आज, तैयारी में यूनियन प्रतिनिधियों ने झोंकी ताकत

जागरण संवाददाता बेरमो कोल सेक्टर में कॉमर्शियल माइनिग व सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के निजीक

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 07:48 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 07:48 PM (IST)
हड़ताल आज, तैयारी में यूनियन प्रतिनिधियों ने झोंकी ताकत
हड़ताल आज, तैयारी में यूनियन प्रतिनिधियों ने झोंकी ताकत

जागरण संवाददाता, बेरमो :

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कोल सेक्टर में कॉमर्शियल माइनिग व सार्वजनिक प्रतिष्ठानों के निजीकरण के विरोध में 26 नवंबर को आहूत एकदिवसीय हड़ताल की तैयारी में बुधवार को यूनियन प्रतिनिधियों ने ताकत झोंकी। संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के प्रतिनिधियों ने बेरमो कोयलांचल अंतर्गत सीसीएल के ढोरी, कथारा व बीएंडके प्रक्षेत्र के मजदूरों के साथ पिट मीटिग कर हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान किया। श्रमिक संगठन इंटक, एटक, सीटू, एक्टू, एचएमएस आदि के नेताओं ने ढोरी महाप्रबंधक कार्यालय एवं क्षेत्रीय लेखा कार्यालय में जाकर सभी कर्मचारियों से अनुरोध किया कि 26 नवंबर को हड़ताल का समर्थन करते हुए वे सभी लोग कार्यस्थल न जाकर अपने-अपने घर में रहें, ताकि हड़ताल शत-प्रतिशत सफल हो सके। मोर्चा के नेताओं ने कहा कि पिछले दिनों तीन दिवसीय हड़ताल पूर्णत: सफल रही थी। कहा कि केंद्र सरकार कोयला मजदूरों के अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है। इसलिए इससे पहले कोयला मजदूरों ने तीन दिवसीय हड़ताल करके केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी। उसके बावजूद केंद्र सरकार कोयला मजदूरों को की भावनाओं के विपरीत कार्य कर रही है। कॉमर्शियल माइनिग वास्तव में कोयला उद्योग का निजीकरण करने का प्रपंच है, जिससे देश कमजोर होगा और मजदूरों की सुविधाओं में कटौती होगी।

यूनियन नेताओं ने कहा कि जो भी आउटसोर्सिंग कंपनियां कोयला क्षेत्र में कार्य कर रही है, उनमें किसी भी कंपनी की ओर से किसी तरह का सामाजिक कार्य आजतक देखने को नहीं मिला। हाई पावर कमेटी के फैसले का भी वह सभी कंपनियां खुल्लमखुल्ला उल्लंघन कर रही हैं। आठ घंटे की जगह 12 घंटे अपने अधीनस्थ मजदूरों से उक्त कंपनियों के प्रबंधन काम ले रहे हैं। यह सब देखते हुए ऐसा लगता है कि देश पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा। इसके मद्देनजर सभी कोयला मजदूर प्रधानमंत्री से अनुरोध कर रहे हैं कि जनभावनाओं की कद्र करते हुए कॉमर्शियल माइनिग के निर्णय को वापस लें। यूनियन नेताओं में गिरजाशंकर पांडेय, शिवनंदन चौहान, जवाहरलाल यादव, कैलाश ठाकुर, आर उनेश, गोवर्धन रविदास, भीम महतो, नरेश महतो, बैजनाथ महतो, सूरज महतो, राजू मुखिया, गणेश मल्लाह, जयनाथ मेहता, राजेंद्र प्रसाद, वीरू गिरि आदि शामिल थे। वहीं, एचएमस से संबद्ध हिद मजदूर किसान पंचायत के प्रतिनिधियों ने बैदकारो स्थित प्रधान कार्यालय में बैठक की। यूनियन के प्रदेश महासचिव इंद्रदेव महतो ने 26 नवंबर को आहूत देशव्यापी औद्योगिक हड़ताल में अपनी यूनियन के भाग लिए जाने की घोषणा की। कहा कि केंद्र सरकार मजदूरों व किसानों के विरोध में निर्णय ले रही है। सरकार की नीति और नीयत पूरी तरह मजदूर विरोधी है। सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए बेच रही है। कोयला उद्योग को भी निजीकरण की ओर धकेला जा रहा है, जिसका विरोध उनकी यूनियन करती है। मौके पर यूनियन के उपाध्यक्ष इम्तियाज खान सहित रामेश्वर महतो, विश्वनाथ रजवार, मो. मन्नू, विजय साव, प्रवीर मुखर्जी, मनोज कुमार चंद्रवंशी, दीपक रवानी, गणेश विश्वकर्मा, सुमीत वर्मा, ललन चौधरी, शम्सुद्दीन अंसारी, महावीर कुमार, मो. सिराजुद्दीन आदि मौजूद थे।

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बाक्स मैटर

हड़ताल सफल करने को संयुक्त मोर्चा की तैयारी मीटिग

संस, कथारा : एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल को सफल करने को लेकर बुधवार को जारंगडीह स्थित कांग्रेस कार्यालय में संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में बैठक की गई। बैठक में हड़ताल की सफलता को लेकर कई रणनीति तय कई गई। बैठक को संबोधित करते हुए श्रमिक नेता विल्सन फ्रांसिस ने कहा कि केंद्र सरकार कोयला मजदूर के साथ तमाम मजदूरों के अधिकार को छिनने का कार्य कर रही है। इसका मुहतोड़ जवाब देने का समय आ गया है। हड़ताल की सफलता के बाद सरकार की नींद खुलेगी। कहा कि कोयला मजदूरों के हकों को मारकर केंद्र सरकार देशी व विदेशी पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए तरह-तरह के नियमों को लागू कर रहा है। मौके पर बिनोद कुमार झा, मो निजाम, कमलेश गुप्ता, मो सनाउल्लाह, शहादत हुसैन, आइजेक, उमेश मुखी, लखन कुमार, अनंत कुमार, समीर कुमार सेन आदि उपस्थित थे।


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