56 घंटे बाद समाप्त हुई भूख हड़ताल
संस, करगली (बेरमो) : डीवीसी की बेरमो माइंस के 13 मृत कामगरों को आश्रित की ओर से स्थाय
संस, करगली (बेरमो) : डीवीसी की बेरमो माइंस के 13 मृत कामगरों को आश्रित की ओर से स्थायी नियोजन की मांग को लेकर की जा रही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल बुधवार को समाप्त हो गई है। इंटक मंत्री राजेंद्र प्रसाद ¨सह, एसडीएम प्रेम कुमार रंजन ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से वार्ता की और मामले का समाधान कराने का आश्वासन दिया। मंत्री ¨सह ने कहा कि मामले को लेकर डीवीसी चेयरमैन से बात कर निदान निकाला जाएगा। मामला पुराना है। उस वक्त अनुकंपा पर नियुक्ति का प्रावधान था, बावजूद इसके मृत कामगारों के आश्रितों को स्थाई नियोजन नहीं दिया गया, निश्चित रूप से यह जांच का विषय है। मौके पर डीवीसी बीटीपीएस के प्रोजेक्ट हेड कमलेश कुमार और खान अधीक्षक एके ठाकुर से इंटक नेता ने वार्ता की। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले को वर्ष 2010 में ही मुख्यालय प्रबंधन को भेजा गया है। इंटक नेता ने कहा कि आगामी 26 अक्टूबर को डीवीसी चेयरमैन के साथ कोलकत्ता में उच्च स्तरीय बैठक में इन मामलों को उठाया जाएगा। उक्त बैठक में यदि ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है तो 29 अक्टूबर से पुन: मृत कामगारों के आश्रितों की ओर से अनशन शुरू किया जाएगा।
इधर अनशकारी आश्रितों ने बताया कि डीवीसी माइंस के विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए उनके परिजन मारे गए। कामगारों की मृत्यु कार्य के दौरान अलग-अलग स्थल व तिथियों में हुई। मृत्यु के पश्चात एनसीडब्ल्यूए के तहत स्थायी नियोजन देने की घोषणा की गई, लेकिन प्रबंधन ने अस्थायी रूप से ही नियोजन दिया। हर तीन माह के बाद उन लोगों को काम से वंचित कर दिया जाता है। भूख हड़ताल में उमेश प्रसाद, राजा, द्रोपदी देवी, विरजू घासी, दुर्गा, गंगाधर, विजय कुमार रात्रे, श्याम सुंदर, राज कुमार, मोतीलाल, पन्ना लाल, उमा शंकर, राज कुमार आदि शामिल है।