राष्ट्र को सबल व समृद्ध बनाने को आगे बढ़ाएं कदम
बोकारो बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर तीन सी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में विक्रम संवत्सर की प्र
बोकारो : बोकारो इस्पात नगर के सेक्टर तीन सी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में विक्रम संवत्सर की प्रतिपदा पर ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रांतीय घोष प्रमुख मनोज पाठक ने कहा कि संवत्सर की शुरुआत राजा विक्रमादित्य ने की थी। इसलिए इसे विक्रम संवत कहा जाता है। यह अंग्रेजी कैलेंडर से 57 वर्ष आगे है। इसे हिदू नववर्ष भी कहा जाता है। लोगों को राष्ट्र को सबल व समृद्ध बनाने को लेकर कदम आगे बढ़ाना चाहिए। आपसी प्रेम व भाईचारे का भाव विकसित करना चाहिए। सचिव सिद्देश नारायण दास ने कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ही विक्रम संवत्सर का प्रथम दिन है, जहां राष्ट्रीय क्षितिज पर अनेक मांगलिक घटनाएं घटी हैं। आज के दिन ही एक नई ऊर्जा के साथ विश्व क्षितिज पर राष्ट्रीय संस्कृति के एकात्म भाव का उदय हुआ। अर्चना एवं सिधु सिंह ने गीत प्रस्तुत किया। मौके पर प्राचार्य हरि नारायण शर्मा, वीरेंद्र प्रताप सिंह, राधामोहन पांडेय, विनोद कुमार झा, रंजना, पुरुषोत्तम पांडेय , नागेंद्र कुमार सिंह , संतोष कुमार सिंह, डॉ. आरएन शर्मा, ब्रजेश कुमार, ओमप्रकाश, अनिल कुमार मिश्र, वीणा सिंह, रानू शंकर, अनिता, बीनू , नीलम पांडेय, राकेश, अनिल कुमार सिंह, दिनेश कुमार पांडेय, निशा सिंह आदि उपस्थित थे। इधर, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सेक्टर नौ डी में भारतीय नववर्ष प्रतिपदा मनाया गया। संरक्षक आरएन बैठा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सभ्यता व संस्कृति की विशिष्ट पहचान है। इसलिए विद्यार्थियों को इससे जोड़ने की आवश्यकता है। प्राचार्य राघव कुमार झा, मार्कंडेय पांडेय, जितेंद्र मिश्रा व नागेंद्र प्रसाद ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सुलेखा शर्मा ने गीत प्रस्तुत किया।