निजी विद्यालयों को देना होगा डेवलपमेंट फंड का हिसाब
बोकारो : बोकारो जिले में कई निजी विद्यालय प्रबंधन की ओर से प्रत्येक वर्ष अभिभावकों से शिक्षण
बोकारो : बोकारो जिले में कई निजी विद्यालय प्रबंधन की ओर से प्रत्येक वर्ष अभिभावकों से शिक्षण के अलावा अतिरिक्त शुल्क की वसूली की जाती है। चिह्नित दुकान से निजी प्रकाशकों की पुस्तकों को खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है। इससे अभिभावक खासे परेशान हैं। शिक्षा विभाग की ओर से निजी विद्यालयों से विभिन्न शुल्क व पुस्तकों के संबंध में जानकारी मांगी गई है। सभी निजी विद्यालयों को इससे संबंधित विस्तृत जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
निजी विद्यालयों को देना होगा हिसाब
बोकारो जिले में संचालित मान्यताप्राप्त कई निजी विद्यालय प्रबंधन की ओर से हर वर्ष विद्यार्थियों से शिक्षण शुल्क के अलावा कैपिटेशन फीस, डेवलपमेंट फीस आदि की वसूली की जाती है। इन विद्यालयों को शिक्षण शुल्क, कैपिटेशन फीस, डेवलपमेंट फीस के अलावा अन्य शुल्क की विस्तृत जानकारी देनी होगी। निजी विद्यालयों के डेवलपमेंट फंड का हिसाब देना होगा। डेवलपमेंट फंड का विद्यालय व विद्यार्थियों के विकास में उपयोग से संबंधित जानकारी देनी होगी।
पुस्तकों से संबंधित देनी होगी जानकारी
कई निजी विद्यालयों में निजी प्रकाशकों व पुस्तक विक्रेताओं की मिलीभगत से पुस्तकों पर कमीशन का खेल चलता है। मोंटी कमीशन तय करने के पश्चात चिह्नित दुकान से ही अभिभावकों को निजी प्रकाशकों की पुस्तक खरीदने को बाध्य किया जाता है। यह खेल बोकारो जिले में कई वर्षों से चल रहा है। जबकि सीबीएसई की ओर से एनसीईआरटी पुस्तकों को पढ़ाने का निर्देश जारी किया गया है। शिक्षा विभाग की ओर से पुस्तकों के संबंध में भी विस्तृत जानकारी मांगी गई है।
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वर्जन
जिले के मान्यताप्राप्त निजी विद्यालयों से शिक्षण के अलावा अन्य सभी प्रकार के शुल्क से संबंधित जानकारी मांगी गई हैं। इसके अलावा डेवलपमेंट फंड का उपयोग किस तरह किया जा रहा है, इसकी भी जानकारी मांगी गई है। विद्यालयों से पुस्तक के संबंध में भी जानकारी हासिल की जाएगी। सभी निजी विद्यालयों को समस्त जानकारी उपलब्ध करानी होगी।
नीलम आइलिन टोप्पो, जिला शिक्षा पदाधिकारी