12 जिप सदस्यों ने वापस लिया इस्तीफा, दो का मामला फंसा
सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाकर इस्तीफा देने वाले बोकारो जिला परिषद के 14 सदस्यों में से 12 ने जिला परिषद सदस्य से मिलकर अपना इस्तीफा वापस ले लिया है जबकि दो सदस्य मीना कुमार व संजय कुमार का मामला फिलहाल फंस गया है।
जागरण संवाददाता, बोकारो: सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाकर इस्तीफा देने वाले बोकारो जिला परिषद के 14 सदस्यों में से 12 ने जिला परिषद सदस्य से मिलकर अपना इस्तीफा वापस ले लिया है, जबकि दो सदस्य मीना कुमार व संजय कुमार का मामला फिलहाल फंस गया है। इस्तीफा वापस लेने के लिए संजय कुमार बुधवार को पूरे दिन जिला परिषद कार्यालय में अध्यक्ष का इंतजार करते रहे। उनके नहीं पहुंचने पर उन्होंने इस्तीफा वापसी का पत्र जिप अध्यक्ष के टेबल पर रख दिया और उसकी कॉपी उनके कार्यालय के गेट पर चस्पा कर दिया। संजय कुमार का कहना है कि उन्होंने अपना इस्तीफा वापस करने संबंधी पत्र जिप अध्यक्ष के घर डाक से तथा ई-मेल के माध्यम से तय समय के अंदर भेज दिया है।
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इन किन सदस्यों ने दिया था इस्तीफा: 4 सितंबर को जिप सदस्य अनीता देवी, सुनीता टुडू, विजय रजवार, निशा हेंब्रम, संजय कुमार, सृष्टिधर रजवार, फूलमती देवी, टिकैत महतो, नवीन महतो, चिता देवी, उस्मान, मीता देवी, मीना कुमारी, सरस्वती देवी ने अपना इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद जिप उपाध्यक्ष ने बीच-बचाव किया और पंचायती राज एक्ट के तहत निर्धारित 15 दिनों के अंदर दो को छोड़कर 12 से इस्तीफा वापस ले लिया।
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हस्तलिखित इस्तीफा ही मान्य: अध्यक्ष सुषमा देवी का कहना है कि उन्होंने सदस्यों पर इस्तीफा देने के लिए दबाव नहीं बनाया था। निर्धारित समय के पहले 12 सदस्यों ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। चंदनकियारी की मीना कुमार व चास के संजय कुमार ने अपना इस्तीफा वापस नहीं लिया है। जहां तक संजय कुमार द्वारा इस्तीफा वापस करने की बात है तो पंचायती राज अधिनियम में प्रावधान के मुताबिक स्वलिखित इस्तीफा ही मान्य है। कोई दरवाजे पर रख दे और कहीं कुछ भी करे, वह मान्य नहीं है। समय सीमा समाप्त हो चुकी है। कार्यालय के अधिकारियों से बात कर आगे की कार्रवाई करेंगे।