बीएसएल के हॉट स्ट्रीप मिल ने तोड़ा वार्षिक रिकार्ड का उत्पादन
जागरण संवाददाता बोकारो बोकारो इस्पात संयंत्र के हॉट स्ट्रीप मिल में गुरुवार को हुई 363
जागरण संवाददाता, बोकारो : बोकारो इस्पात संयंत्र के हॉट स्ट्रीप मिल में गुरुवार को हुई 3636486 एमटी से ज्यादा की रोलिग ने इस साल का वार्षिक रिकार्ड उत्पादन दर्ज किया है। उत्पादन की दिशा में बीएसएल की इस उपलब्धि का जश्न बोकारो से लेकर कॉरपोरेट कार्यालय भी मना रही है। इसका सारा श्रेय कंपनी के सीईओ पीके सिंह को दिया जा रहा है। जबकि सीईओ इसके लिए एचएमएस में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारी के साथ ठेका मजदूरों की प्रबल भागीदारी को मान रहे है।
बताया जाता है कि बोकारो इस्पात संयंत्र के हॉट स्ट्रीप मिल में फरवरी माह में तय लक्ष्य के अनुरूप संयंत्रकर्मियों ने यहां 20 फरवरी को ही 14 हजार एमटी से ज्यादा की रोलिग कर अपनी कार्य कुशलता का परिचय दिया था। जिसके बाद 27 मार्च को समय से पूर्व बेहतर उत्पादन कर संयंत्रकर्मियों ने लंबे अरसे से धीमी गति से चल रहे वार्षिक उत्पादन के रिकॉर्ड की सीमा को पार कर ली है। एचएमएस से तैयार माल की खपत के लिए कई देशी व विदेशी कंपनी पूर्व में अपनी अग्रिम राशि बैंकों में जमा कर चुकी है। रोलिग के लिए अब स्लैब को राउरकेला स्टील प्लांट से मंगाया जा रहा है। फिलहाल बीएसएल सेल के सभी इकाई में अभी सबसे फायदे वाली यूनिट बन गई है। सूत्रों का कहना है कि सीईओ हॉट स्ट्रीप मिल में योजनाबद्ध तरीके से उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए रात्रि पाली में अब तीन-तीन डीजीएम को ड्यूटी में कार्य करने का आदेश जारी किये है। तकनीकी रूप से रोलिग में किसी प्रकार का समस्या उत्पन्न नही हो इसलिए अब एचएसएसम में डीजीएम ऑपरेशन, इलेक्ट्रीक्ल व मैकेनिकल को सभी प्रकार की जबावदेही सौंपी गई है। सूत्रों का कहना है कि अगले माह होने वाली सेल बोर्ड की मीटिग में इसका नतीजा संयंत्रकर्मियों के लंबित मुद्दे के समाधान के रूप में होगा। जिसमें पेंशन व लीव इनकैशमेंट मुख्य रूप से चर्चा के विषय होंगे। जिसके लिए प्रबंधन के आला अधिकारी की नजर अब 31 मार्च के अपने वार्षिक आय-व्यय पर टिकी हुई है।