भगवान राम के राज्याभिषेक के साथ रामचरित मानस पाठ संपन्न
पिछरी (बेरमो) पेटरवार प्रखंड के अंगवाली उत्तरी पंचायत स्थित मैथान टुंगरी परिसर में चल
पिछरी (बेरमो) : पेटरवार प्रखंड के अंगवाली उत्तरी पंचायत स्थित मैथान टुंगरी परिसर में चल रहे नौ दिवसीय रामचरित मानस पाठ शनिवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के राज्याभिषेक के साथ संपन्न हो गया। अंतिम दिन पूरा यज्ञमंडप सियाराम के जयकारे से गुंजायमान हो गया। श्रीराम के हाथों रावण वध कर लंका विजय के बाद वानर सेना के साथ भगवान राम अयोध्या पहुंचे एवं राज्याभिषेक के उपलक्ष्य में उत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान पूरा यज्ञ परिसर राममय हो गया। भगवान श्रीराम के स्वागत में भजन व बधाई गीत का आयोजन किया गया। मौके पर उपस्थित श्रद्धालुओं अबीर-गुलाल व फूल की होली खेले भक्तिभाव में झूमने लगे। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा व पूजा की।
यहां मानस व्यास आचार्य अनिल पाठक द्वारा संगीतमय पाठ में कहा कि रामराज बैठे त्रिलोका, हर्षित भये गये सब शोका। दैहिक, दैविक, भौतिक तापा, रामराज नही काहूं व्यापा।
कहते हैं मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का राज सिंहासन पर विराजमान होते ही अयोध्या में खुशियां उमड़ पड़ी। मनुष्य जीवन के त्रिताप यानि दैहिक दैविक भौतिक यह तीनों तापों से अयोध्यावासी मुक्त हो गए। सब नर करही परस्पर प्रीति, चलहि स्वधर्म निरत सूरति नीति। कहते है कि भगवान श्रीराम के राजसिंहासन पर बैठने के बाद भगवान के स्वभाव देखकर पूरे अयोध्यावासी आपस में प्रेम करने लगे और वेद के नीति पर सभी लोग चलने लगे। क्षण मे मिलहि सबहि भगवाना , उमा मर्म यह काहू न जाना। शंकर जी पार्वती से कहते है कि अयोध्या वासियों को भगवान से मिलने की इच्छा हुई तो भगवान एक ही क्षण में सभी से मिल लिए किन्ही को इसका ज्ञात नहीं हुआ।
मौके पर यज्ञ समिति के अध्यक्ष सत्यजीत मिश्रा, सचिव वरुण मिश्रा, रामबिलास रजवार, संतोष प्रसाद नायक, बिट्टू मिश्रा, विवेक मिश्रा, संजय मिश्रा, पीतांबर मिश्रा, हिमाचल मिश्रा, शोभा मिश्रा, भाग्यरानी देवी, गीता देवी, रिकी मिश्रा, लक्ष्मी देवी, मुखिया प्रेमा देवी, आशा चटर्जी, राकेश मिश्रा, सुरेश रविदास, पवन करमाली सहित अन्य लोग मौजूद थे।