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तन-मन को पवित्र करती है रामकथा

संवाद सहयोगी भंडारीदह (बेरमो) चंद्रपुरा प्रखंड की चिरूडीह के गिरी टोला में आयोजित श्

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 09:31 PM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 06:34 AM (IST)
तन-मन को पवित्र करती है रामकथा
तन-मन को पवित्र करती है रामकथा

संवाद सहयोगी, भंडारीदह (बेरमो) : चंद्रपुरा प्रखंड की चिरूडीह के गिरी टोला में आयोजित श्री रामकथा के दूसरे दिन कथावाचक स्वामी हंसानंद गिरी महाराज ने कहा कि राम कथा तन-मन को पवित्र कर उज्ज्वल करने के साथ-साथ जीवन शैली और आत्मा को नया रूप देती है। श्री रामकथा का महत्व हमेशा से है, और आगे भी रहेगा। यह भगवान के लीला, चरित्र, गुणों की गाथा है। इसके श्रवण और कथन के प्रति हमेशा एक नवीनता का भाव बना रहता है। कहा कि किसी आम व्यक्ति के जीवन चरित्र को एक, दो या चार बार सुनने के बाद उसके प्रति उबन पैदा हो जाता है, लेकिन यह भगवान की कथा है, सत्य की कथा है इस नाते हमेशा कुछ न कुछ नया लगता है। इसे बार-बार कहने एवं सुनने की इच्छा हमेशा बनी रहती है। भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघन के चरित्र में प्रदर्शित त्याग और तपस्या की बातों को निरंतर श्रवण करते रहने से सुनने वाले के अंदर भी ऐसे ही महान गुणों का समावेश हो जाता है। हमेशा भगवान की कथा सुननी चाहिए, हर घर में रामचरित मानस हो तथा नित्यदिन इसको पढ़े व लोगों को श्रवण कराएं। कहा कि हनुमान को रामनाम प्रिय है जहां भी रामकथा होती है वहां वे कथा सुनने आते हैं। हनुमान के हृदय में श्रीराम का निवास है। भगवान कभी जन्म नही लेते है, हमेशा अवतार होता है। कथा सुनने आसपास के गांवों से काफी संख्या में श्रद्धालु रोजाना पहुंच रहे हैं।

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