नावाडीह में मनाया गया भोक्ता पर्व
सुरही (बेरमो) नावाडीह में भोक्ता पर्व परंपरागत विधि-विधान से मनाया गया। यहां भक्तों ने भगवान
सुरही (बेरमो) : नावाडीह में भोक्ता पर्व परंपरागत विधि-विधान से मनाया गया। यहां भक्तों ने भगवान शिव के प्रति विश्वास व श्रद्धा व्यक्त करते हुए आग पर चलते व खूंटा पर झूलते हए कठिन उपासना की। यहां शिवभक्तों ने एक दिन पूर्व उपवास रखा। उसके बाद स्थानीय जलाशय में स्नान कर भूमि लोटन करते हुए मंदिर परिसर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। जय भोलेनाथ, जय शंकर भगवान, ओम नम: शिवाय आदि के उद्घोष के बीच दहकते अंगारे पर नंगे पैर नृत्य किया। उसके बाद शिवभक्तों ने पीठ, छाती, बांह आदि पर लोहे का कील चुभोकर रस्सी के सहारे 30 फीट ऊंचे खूंटे पर झूलते हुए भगवान शिव की आराधना की। उस दौरान शिवभक्तों के घर की महिलाएं अपने माथे पर पानी से भरा लोटा लिए भगवान शिव व मां पार्वती से प्रार्थना करती रहीं। इस अवसर पर यहां मेला भी लगाया गया था।
मौके पर वासुदेव शर्मा, जगदीश महतो, रोहित महतो, सत्यनारायण महतो, छेदी महतो, भोलाराम महतो, खीरू महतो, योगेश कुमार महतो, सुनीता देवी, मालती देवी, कौशल्या देवी, रोशन कुमार, नीरज बर्णवाल, मनीष बर्णवाल, प्रदीप प्रसाद आदि मौजूद थे।