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डीवीसी के नए पावर प्लांट से बिजली उत्पादन ठप, प्रति दिन एक करोड़ का नुकसान

डीवीसी के नए पावर प्लांट में तकनीकी खराबी आने से वहां बिजली उत्पादन ठप हो गया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 12 Nov 2018 04:26 PM (IST)Updated: Mon, 12 Nov 2018 04:26 PM (IST)
डीवीसी के नए पावर प्लांट से बिजली उत्पादन ठप, प्रति दिन एक करोड़ का नुकसान
डीवीसी के नए पावर प्लांट से बिजली उत्पादन ठप, प्रति दिन एक करोड़ का नुकसान

बेरमो, जेएनएन। बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के नए पावर प्लांट में तकनीकी खराबी आने से वहां बिजली उत्पादन ठप हो गया है। 500 मेगावाट क्षमता वाले नए पावर का निर्माण भेल कंपनी ने किया था। मार्च 2017 में इस नवनिर्मित प्लांट को हैंडओवर किया गया था। एक वर्ष तक इसके रखरखाव की जिम्मेवारी निर्माण कंपनी भेल की थी, लेकिन प्लांट में तकनीकी खराबी करीब डेढ़ वर्ष बाद आई, लिहाजा अब डीवीसी को इसे अपने खर्च पर दुरुस्त कराना पड़ रहा है।

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इसकी मरम्मत के लिए भेल कंपनी को ही एक करोड़ रुपये के टेंडर पर कार्य आवंटित किया गया है। बीते 22 अक्टूबर को नए पावर प्लांट की टरबाइन में खराबी आई थी, इसके बाद से ही प्लांट को शट डाउन कर दिया गया था। डीवीसी सूत्रों की माने तो नए प्लांट से बिजली उत्पादन ठप होने से डीवीसी को प्रतिदिन करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।

मरम्मत कार्य मे लगी भेल कंपनी के तकनीकी अधिकारियों का कहना है कि मरम्मत कार्य अंतिम चरण में है। सब कुछ सामान्य रहा तो 17 नवंबर से नए पावर प्लांट को बिजली उत्पादन से जोड़ दिया गया है।

तकनीकी खराबी के कारण नए पावर प्लांट को बंद किया गया है। वैसे भी बिजली की डिमांड नहीं है। प्लांट को चलाने के लिए प्रति दिन साढ़े सात हजार टन कोयला की खपत होती है। प्लांट बंद रहने से इसकी बचत हुई है। 17 नवंबर से प्लांट को सिंक्रोनाइज कर दिया जाएगा।

- कमलेश कुमार, प्रोजेक्ट हेड, बीटीपीएस। 


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