नक्सल क्षेत्र के युवाओं को सिपाही बनाएगी पुलिस
केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों में 54,953 सिपाही के रिक्त पदों को भरने के लिए शुरू बहाली शुरु हुई। इसमें नक्सल प्रभावित युवाओं पर खास ध्यान रहेगा।
बोकारो : केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों में 54,953 सिपाही के रिक्त पदों को भरने के लिए शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया में जिला पुलिस बोकारो व धनबाद के सुदूर नक्सल प्रभावित ग्रामीण इलाकों के बेरोजगारों को भर्ती होने के लिए प्रेरित करेगी। युवाओं को ऑनलाइन फार्म भरने से लेकर सबसे पहले होने वाली लिखित परीक्षा व इसके बाद शारीरिक जांच परीक्षा के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा। पुलिस जिला में तैनात सीआरपीएफ के अलावा पूर्व सैनिकों से तैयार सैप से भी इसमें सहयोग लेगी। राज्य मुख्यालय से आइजी अभियान ने सभी जिलों के एसपी को पत्र लिखकर इसपर सक्रिय होने का आदेश दिया है। कहा है कि पुलिस की ऐसी पहल नक्सलियों की कमर तोड़ सकती है। भोले-भाले ग्रामीणों को बरगला कर नक्सली संगठन में शामिल करने वाली उग्रवादियों की योजना पर भी इस अभियान की वजह से पानी फिरेगा। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला पुलिस के हर कर्मी का इस भर्ती के प्रति जागरूकता फैलाना एक सराहनीय प्रयास कहा जाएगा। भर्ती प्रक्रिया के लिए 17 अगस्त से 19 सितंबर तक ऑनलाइन फार्म भरे जाएंगे। केन्द्रीय बालों में बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआइएसएफ, आइटीबीपी, एसएसबी, समेत एनआइए में भर्ती के लिए यह रिक्तियां आरक्षण के रोस्टर के अनुसार निकली थीं।
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शारीरिक तौर पर सक्षम युवाओं को किया जाएगा तैयार : बताया जा रहा है कि कर्मचारी चयन आयोग की ओर से शुरू की गई इस भर्ती प्रक्रिया में ऑनलाइन फार्म भरने के बाद पहले लिखित परीक्षा ली जाएगी। लिखित परीक्षा में पास करने वालों की शारीरिक जांच परीक्षा होगी। पुलिस विभाग की यह सोच है कि शारीरिक जांच परीक्षा में सक्षम युवाओं को ही लिखित परीक्षा की तैयारी कराई जाए। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लिखित परीक्षा पास होने के बाद शारीरिक रूप से सक्षम युवा दूसरी परीक्षा को तुरंत पास कर लें और प्रयास पूरी तरह से सफल हो जाए। असक्षम युवाओं के पीछे समय बर्बाद न हो।
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थाने में होगी फॉर्म भरने की व्यवस्था : पुलिस की यह योजना है कि हर गांव में जाकर इसका प्रचार-प्रसार किया जाए। थाने से लेकर पुलिस पिकेट या फिर सीआरपीएफ कैंप में ऑनलाइन फार्म भरवाने की व्यवस्था होगी। यहीं से पुरानी परीक्षा में आए प्रश्नों के अनुसार लिखित परीक्षा की तैयारी का जिम्मा भी तकनीकी रूप से जानकार पुलिस वालों के जिम्मे दिया जाएगा।
को¨चग के नाम पर कर्ज लेने की आती है नौबत : बताया जा रहा है कि जानकारी के अभाव में ग्रामीण इलाकों के युवक लिखित से लेकर शारीरिक जांच परीक्षा की तैयारी के लिए को¨चग का सहारा लेते हैं। कम आय वाले परिवार की स्थिति यह होती है कि उन्हें इसके लिए कर्ज तक लेना पड़ता है। पुलिस विभाग इसके लिए भी सक्रिय हुआ है कि ऐसे युवाओं को को¨चग जाने की जरूरत ही नहीं पड़े और वह खुद इसके लिए उन्हें पूरी तरह से प्रशिक्षित कर दे।
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सामुदायिक पुलि¨सग के तहत बोकारो व धनबाद के सुदूर ग्रामीण इलाकों के बेरोजगार युवकों को इस भर्ती के लिए पुलिस सीआरपीएफ के साथ मिलकर प्रशिक्षित करेगी। थाना से लेकर पुलिस लाइन व पिकेट में ऑन लाइन फार्म भरने की प्रक्रिया के अलावा लिखित व शारीरिक जांच परीक्षा के लिए भी इन्हें तैयार किया जाएगा।
प्रभात कुमार, डीआइजी, कोयला क्षेत्र, बोकारो।