घाट जाने का सिर्फ एक रास्ता, होगी परेशानी
फोटो : 11 बीईआर 29, 30 संवाद सहयोगी, कथारा (बेरमो) : कथारा-बोकारो थर्मल की कोनार नदी
फोटो : 11 बीईआर 29, 30
संवाद सहयोगी, कथारा (बेरमो) : कथारा-बोकारो थर्मल की कोनार नदी पर बने पुल के बगल से इस बार हजारों छठव्रतियों एवं श्रद्धालुओं को घाट जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। डीवीसी के निर्माणाधीन पुल की वजह से छठ घाट जाने का मात्र एक ही रास्ता रह गया है और इस रास्ते से इस बार छठव्रतियों, श्रद्धालुओं एवं वाहनों का एकसाथ आवागमन कैसे होगा, यह ¨चता का विषय है। अगर श्रद्धालु एवं वाहन एक ही रास्ते से गुजरने का प्रयास करते हैं तो हादसे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। मालूम हो कि श्रद्धालुओं और वाहनों के लिए अलग-अलग मार्ग होने के बावजूद भी लोगों को आए दिन जाम की समस्या से जूझना पड़ता था। लेकिन इस बार जिस तरह डीवीसी और सीसीएल प्रबंधन की ओर से घाट के रास्ते की अनदेखी की जा रही है, इससे क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश है। पुल निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी और पत्थर की वजह से पूरा छठ घाट गंदगी की चपेट में है। घाट की सफाई तक नहीं करवाई गई है। घाट की सफाई सहित विधि व्यवस्था और जाम से निपटने के लिए डीवीसी, सीसीएल, जिला प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों की ओर से अब अंतिम समय में क्या इंतजाम किया जाएगा, यह बड़ा सवाल है।
जानकारों का कहना है कि डीवीसी के निर्माणाधीन पुल पर अगर वाहन पार्किंग करने का प्रयास किया गया तो यह भी एक जोखिम भरा कार्य होगा, क्योंकि अभी पुल पूरी तरह बनकर तैयार नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में तकनीकी तौर पर सैकड़ों वाहनों और लोगों का एक साथ निर्माणाधीन पुल से होकर गुजरना खतरनाक साबित हो सकता है। इधर डीवीसी प्रबंधन का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को इसका हल निकाला जा सकता है।