गोरमारा में ग्रामीणों ने उखाड़ा ओडीएफ का बोर्ड
सुरही (बेरमो) स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) के तहत हरेक घर में शौचालय बनवाए बिना ओडीएफ य
सुरही (बेरमो) :स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) के तहत हरेक घर में शौचालय बनवाए बिना ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त का बोर्ड लगाए जाने का विरोध नावाडीह प्रखंड के ग्रामीणों ने शुरू कर दिया है। मंगलवार को नावाडीह प्रखंड की पोटसो पंचायत के गोरमारा ग्राम में लगे ओडीएफ बोर्ड को ग्रामीणों ने उखाड़ दिया। इससे पहले सोमवार को बाराडीह व बोदरो गांव में महिला-पुरुषों ने बोर्ड लगाए जाने का विरोध करते हुए नारेबाजी की थी। ग्रामीणों का कहना है कि विभागीय स्तर पर वैसे गांवों को ही ओडीएफ घोषित करना चाहिए, जहां के सौ फीसद घरों में शौचालय हो। चाहे वह शौचालय एसबीएम के तहत बना हो या ग्रामीणों ने खुद खर्च कर अपने घर में बनवाया हो।
ग्रामीणों का कहना है कि सौ फीसद घरों में शौचालय नहीं होने के बावजूद किसी गांव को ओडीएफ घोषित करना उचित नहीं है। गांव में सौ फीसद घरों में शौचालय नहीं होने के बावजूद शौच मुक्त घोषित किए जाने को ग्रामीण पचा नहीं पा रहे हैं। इस कारण ग्रामीण बोर्ड को उखाड़कर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ओडीएफ घोषित किए जाने की यदि उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, तो एसबीएम से संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों पर गाज गिरेगी। चार पांच दिन पूर्व एक ठेकेदार ने नावाडीह प्रखंड के विभिन्न गांवों में ओडीएफ का बोर्ड लगवाया। उस बोर्ड में उक्त गांवों को 25 सितंबर 2018 को खुले में शौच मुक्त घोषित करने की बात लिखी गई है। यह बात जब ग्रामीणों को पता चली तो विरोध करने लगे।