सड़क ों से उड़ रही धूल से बच्चों को हो रही सूल
बेरमो सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र की कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगे डंपरों के परिचालन से फुसरो के
बेरमो : सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र की कोल ट्रांसपोर्टिंग में लगे डंपरों के परिचालन से फुसरो के नालाब्रिज से अमलो कांटाघर तक सड़क किनारे काफी डस्ट जमा हो गया हैं, जो आमजनों सहित स्कूली बच्चों की सेहत बिगाड़ रहे हैं। हर दिन उसी रास्ते धूल फांकते हुए बस से स्कूल जाने-आने को सैकड़ों नौनिहाल विवश हो रहे हैं। इस कारण डीएवी पब्लिक स्कूल ढोरी, आलोक पब्लिक स्कूल मकोली एवं सरस्वती शिशु विद्या मंदिर मकोली के बच्चों के लिए उस रास्ते रोजाना स्कूल जाना-आना कष्टकारी साबित हो रहा है। यह रास्ता फुसरो-डुमरी मार्ग में है, जहां फुसरो के नालाब्रिज- दीनदयाल चौक से लेकर अमलो कांटाघर तक कोयला ट्रांसपोर्टिंग में लगे हाइवा डंपरों के कारण जहां दुर्घटना की संभावना बनी रहती है, वहीं कोयले की उड़ती धूल से बच्चे परेशान रहते हैं। छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन इस नारकीय स्थिति से दो-चार होना पड़ता है। हर बार क्षेत्रीय सलाहकार समिति की बैठक में यूनियन प्रतिनिधियों की मांग पर ट्रांसपोर्टिंग रूट की सड़कों के किनारे फ्लैंक निर्माण कराने का प्रस्ताव दिया जाता है और इसे सीसीएल प्रबंधन मीटिग के एजेंडा में शामिल करते हुए पारित भी करता है, लेकिन सड़क किनारे फ्लैंक निर्माण की दिशा में अबतक कोई पहल नहीं की गई है। यहां सड़क किनारे फ्लैंक निर्माण नहीं होने के कारण फुसरो नालाब्रिज से लेकर अमलो कांटाघर तक करीब एक किलोमीटर का सफर बच्चों के लिए काफी घातक होता जा रहा है। सुबह जब बस और वैन सहित बच्चों को लेकर स्कूल जाने वाले ऑटो और दोपहिया वाहन इस मार्ग से गुजरते हैं तो उड़ती धूल के कारण वहां स्थिति ऐसी हो जाती है कि सामने कुछ भी दिखाई नहीं देती। ऐसी स्थिति में यहां कभी भी हादसे हो सकते हैं। हालांकि बीते दिनों प्रशासनिक बैठक में सीसीएल के सीएसआर अधिकारियों ने ट्रांसपोर्टिंग रूट की सड़कों को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया था, साथ ही दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सड़क चौड़ीकरण के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दी थी। वहीं पथ निर्माण विभाग ने वहां की जर्जर सड़क को गत वर्ष ही पीसीसी निर्माण कराकर दुरुस्त कराया था, लेकिन सड़क किनारे फ्लैंक की मरम्मत के लिए विभाग ने कोई काम नहीं किया। तब सीसीएल ढोरी के तत्कालीन जीएम एमके राव ने एसीसी की बैठक में घोषणा की थी कि फुसरो नालाब्रिज से लेकर मकोली तक करीब तीन किलोमीटर सड़क के दोनों ओर सीसीएल की ओर से फ्लैंक निर्माण कराए जाएंगे। उसके बाद सीसीएल प्रबंधन ने उक्त कार्य को अमलो पीओ कार्यालय के समीप तक ही कराकर छोड़ दिया।
वर्जन
पथ निर्माण विभाग की ओर से फुसरो-डुमरी सड़क को फोरलेन बनाने के लिए प्रस्तावित किया गया है। वहीं नालाब्रिज से अमलो कांटाघर तक सड़क किनारे फ्लैंक निर्माण कराने के लिए अमलो परियोजना की ओर से प्रस्ताव दिया गया है। शीघ्र ही सीएसआर की बैठक में उक्त प्रस्ताव को पारित कर काम शुरू कराया जाएगा।
- पी वाजपेयी, जीएम, सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र