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नक्सली बंदी को ले पुलिस हाई अलर्ट पर

बोकारो थर्मल (बेरमो) : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की ओर से 16 एवं 17 अक्टूबर को दो दिवसीय

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Oct 2018 07:29 PM (IST)Updated: Sat, 13 Oct 2018 07:29 PM (IST)
नक्सली बंदी को ले पुलिस हाई अलर्ट पर
नक्सली बंदी को ले पुलिस हाई अलर्ट पर

बोकारो थर्मल (बेरमो) : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की ओर से 16 एवं 17 अक्टूबर को दो दिवसीय झारखंड-बिहार के कई जिलों में बंद की घोषणा की गई है। नक्सलियों की बंदी से बोकारो जिला को अलग रखा है, बावजूद इसके निकटवर्ती गिरिडीह जिला में नक्सली बंदी को देखते हुए बोकारो पुलिस भी सतर्क है। बंदी को जिले के सभी नक्सल प्रभावित थानों को हाई अलर्ट कर विशेष सतर्कता बरतने का सख्त निर्देश संबंधित थाना प्रभारियों को पुलिस कप्तान ने दिया है।

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नक्सलियों ने 16-17 अक्टूबर को झारखंड के गिरिडीह, दुमका, साहेबगंज, देवघर, कोडरमा एवं पाकुड़ सहित बिहार के सात जिलों को बंद करने की घोषणा कर रखी है। नक्सली संगठनों की ओर से बोकारो जिला को बंद से मुक्त रखने की घोषणा की गई है। बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल क्षेत्र में पूर्व में नक्सली गतिविधियों को पुलिस कोई खतरा नहीं लेना चाहती। पुलिस ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सीआरपीएफ के साथ मिलकर विशेष अभियान चलाने और सतर्कता बरतने का संकेत दिया है। बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुभाषचंद्र जाट ने कहा कि नक्सलियों की हर गतिविधि पर पुलिस की पैनी नजर है। नक्सलियों की हर योजना को विफल कर उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस यहां सक्षम है। माओवादी संगठन के प्रवक्ता प्रतीक ने बताया था कि 26 सितंबर 2018 को दुमका के चतुर्थ जिला एवं सत्र न्यायाधीश की ओर से वर्ष 2013 में पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या के आरोपित प्रवीर उर्फ सुखलाल मुर्मू और ताला उर्फ सनातन बास्की को फांसी की सजा सुनाई गई थी, जिसके विरोध एवं सजा के निर्णय पर रोक लगाने की मांग को लेकर नक्सली संगठन ने बंद की घोषणा की है। सजा देने व दिलवानेवालों के खिलाफ जन अदालत लगाकर कार्रवाई करने की घोषणा भी की गई है। नक्सलियों के उक्त फरमान के बाद बोकारो जिला की पुलिस भी सतर्क हो गई है।


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