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परिसीमन की पेंच से दोराहे पर नसीआ ग्राम

संवाद सहयोगी सुरही (बेरमो) बेरमो अनुमंडल का एक ऐसा गांव है नसीआ जो दो प्रखंडों के

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jan 2020 10:20 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jan 2020 06:17 AM (IST)
परिसीमन की पेंच से दोराहे पर नसीआ ग्राम
परिसीमन की पेंच से दोराहे पर नसीआ ग्राम

संवाद सहयोगी, सुरही (बेरमो) : बेरमो अनुमंडल का एक ऐसा गांव है नसीआ, जो दो प्रखंडों के परिसीमन की पेंच के कारण दोराहे पर आ गया है। उक्त गांव के ग्रामीण नावाडीह प्रखंड के वोटर कहलाते हैं, जबकि उनका निवास चंद्रपुरा प्रखंड क्षेत्र में है। इस कारण उन सबको सरकारी लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। उन सबको न तो शौचालय का लाभ मिल पा रहा है और न ही प्रधानमंत्री आवास या मनरेगा योजनाओं का। सरकारी लाभ से वंचित यहां के युवकों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जब प्रमाणपत्रों की जरूरत पड़ती है तो उन्हें नावाडीह व चंद्रपुरा दोनों प्रखंडों का चक्कर काटना पड़ता है। नसीआ ग्राम में लगभग 50 परिवार निवास करते हैं। उक्त गांव की आबादी 250 से अधिक है। उनमें 150 से अधिक वोटर हैं। नावाडीह प्रखंड की चपरी पंचायत के निर्वाचन वार्ड क्षेत्र 12 की मतदाता सूची में नसीआ ग्राम के वोटरों के नाम नवप्राथमिक विद्यालय गालोडीह (नावाडीह) में दर्ज है, जहां वे अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं। वोट देने के अलावा नसीआ ग्राम के लोगों को चपरी पंचायत से अन्य किसी प्रकार की सरकारी सुविधा नहीं मिलती है। वर्ष 2009 में चंद्रपुरा प्रखंड बनने के बाद उक्त गांव को बंदिया पंचायत में शामिल कर लिया गया था, लेकिन तब मतदाता सूची में परिवर्तन नहीं किया गया। --खतियान में नसीआ तो वोटरकार्ड में गालोडीह दर्ज : नसीआ के ग्रामीणों के वोटर कार्ड में पता गालोडीह दर्ज है, जो नावाडीह प्रखंड की चपरी पंचायत में है। जबकि जमीन का खतियान नसीआ के नाम से है, जो बंदियो पंचायत के राजस्व गांव में शामिल है। लिहाजा, जब सरकारी योजनाओं के लाभ देने की बात होती है तो चपरी पंचायत के मुखिया ग्रामीणों से कहते हैं कि योजना के कार्य के लिए उनकी जमीन का सत्यापन चंद्रपुरा अंचल से होगा। क्योंकि नसीआ बंदिया पंचायत में है, जो चंद्रपुरा प्रखंड में है। जबकि बंदियो पंचायत के मुखिया यह तर्क देते हैं कि वे लोग उनकी पंचायत के वोटर नहीं हैं तो उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभुक कैसे बनाया जा सकता है। इस पेंच में बीते एक दशक से नसीआ के लोग पिसे जा रहे हैं। --नावाडीह प्रखंड के प्रति ग्रामीणों की राय : नसीआ की ग्रामीणों की राय है कि उन्हें नावाडीह प्रखंड में ही रखा जाए। नूर मोहम्मद अंसारी का कहना है कि जब थाना नावाडीह है तो प्रखंड सह अंचल भी नसीआ का नावाडीह ही होना चाहिए। ग्रामीणों ने बताया कि दो पंचायतों के पेंच में उन्हें अपनी भावी पीढ़ी की अधिक चिता है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री जनसंवाद एवं उपायुक्त बोकारो सहित डुमरी विधायक जगरनाथ महतो से फरियाद कर चुके हैं, लेकिन बीते 09 वर्षों से इसका कोई समाधान नहीं मिल पाया है। वर्जन

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चपरी पंचायत अंतर्गत चपरी, मुंगो एवं गालोडीह राजस्व ग्राम हैं। परिसीमन में नसीआ गांव को चंद्रपुरा की बंदियो पंचायत से जोड़ दिया गया था। जमीन संबंधी अहर्ता पूरी नहीं करने के कारण चपरी पंचायत से नसीआ के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाता है। खतियान और जमीन संबंधी कागजातों से जुड़े प्रमाणपत्र चंद्रपुरा प्रखंड से बनते हैं। ऐसे में प्रशासनिक स्तर पर नसीआ ग्राम की समस्या दूर करने की पहल होनी चाहिए।

- गौरीशंकर महतो, मुखिया, चपरी पंचायत

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चपरी पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 12 (गालोडीह) की मतदाता सूची में अंकित नसीआ के लोग प्रपत्र-8 भरकर अपना नाम बंदियो पंचायत की मतदाता सूची में स्थानांतरित करा सकते हैं। यह काम वे लोग ऑनलाइन या फिर मैन्यूअल भी करा सकते हैं। बंदियो पंचायत के मतदाता सूची में नाम स्थानांतरण के बाद उन्हें दो प्रखंड की समस्या से मुक्ति मिल सकती है।

- प्रभाषचंद्र दास, बीडीओ, नावाडीह प्रखंड


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