चोरों की तरह कचरा फेंक कर भागते हैं नगर निगम कर्मी
चास नगर निगम शहर को स्वच्छ करने के नाम पर झाड़ू तो लगाता है लेकिन सारा कचरा इकट्ठा कर
चास : नगर निगम शहर को स्वच्छ करने के नाम पर झाड़ू तो लगाता है, लेकिन सारा कचरा इकट्ठा कर शहर के किसी हिस्से में फेंक आता है। आज स्थिति यह हो गई है कि नगर निगम कर्मी चोरों की भांति दाएं-बाएं देखते हैं। मौका देखकर कचरा फेंककर भाग लेते हैं। नतीजा, यह है कि कचरा गलियों से आधा-अधूरा उठ तो रहा है लेकिन शहर कचरे से दबता जा रहा है। हर रोज 50 मीट्रिक टन कचरा चास में निकलता है। इस लिहाज, हर माह 1500 टन कचरा शहर में ही इधर-उधर फेंक दिया जाता है। वजह ट्रेंच ग्राउंड का अभाव। नगर निगम प्रशासन शहर को स्वच्छ रखने के लिए करोड़ों रुपये हर साल खर्च कर रहा है, लेकिन शहर से निकला कचरा निस्तारित करने के लिए उसके पास जगह ही नहीं है।
बीते 11 वर्ष से निगम कचरा निस्तारण का स्थान अधिकारी ढूंढ रहे है। इस दौरान जैसे-तैसे जमीन तो मिली, लेकिन अब तक कब्जा नहीं मिला सका। इस वजह से आए दिन परेशानी उत्पन्न हो रही है।
शनिवार को भी ऐसा ही हुआ। फोरलेन के किनारे सरकारी भूमि पर कचरा भर गया, तो कुछ लोगों ने विरोध किया। मजबूर होकर शनिवार को जगह नहीं मिलने पर टिपर व ट्रैक्टर के चालकों ने कार्यालय के पास ही कचरा सहित गाड़ी खड़ी कर दी। घंटों खड़ा रहने के बाद सड़क किनारे कचरा को जहां-तहां डंप कर दिया गया। कचरा निस्तारण के लिए निगम को जमीन नहीं मिल रही है। जबकि पूरे चास में रोजाना पचास टन कचरा निकलता है। जून 2015 में निगम बनने के बाद कचरा निस्तारण के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। इसके पहले उपायुक्त कार्यालय के पास एवं वन विभाग के दफ्तर के पास कचरा डंप किया जा रहा था, लेकिन तत्कालीन उपायुक्त ने कचरा डंप करने पर रोक लगा दी थी।
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कालापत्थर में मिली है जमीन नेताओं ने डाल दिया अड़ंगा : निगम के कचरा निस्तारण प्लांट के लिए कालापत्थर में दस एकड़ जमीन नगर निगम को स्थानांतरित किया गया था, लेकिन कुछ नेताओं ने स्थानीय ग्रामीणों को उकसाकर विरोध करा दिया। नतीजा हर दिन निकल रहे पचास टन कचरा को अस्थायी तौर पर डंप किया जा रहा है। अब फोर लेन में जगह नहीं रहने पर निगम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कालापत्थर में कचरा निस्तारण के लिए प्रोसेसिग प्लांट बनना था। प्लांट में कचरे को डालने के बाद पानी डालकर मिट्टी को अलग किया जाता है, जिससे कचरे, धातु, प्लास्टिक अलग हो जाता। साथ ही खाद बनाने की योजना थी। इस प्लांट में प्रतिदिन 250 टन कचरे का निस्तारण किया जाना था। पर सब कुछ कागज में है। पूरे बरसात में कहां कचरा फेंका जाएगा यह सवाल नगर निगम के सामने खड़ा।
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वर्जन:
कचरा निस्तारण प्लांट नहीं लगने के कारण अस्थायी तौर पर शहर में खाली स्थानो पर कचरा डंप किया जा रहा है। फोर लेन के पास खाली जमीन के भर जाने से कचरा डंप करने में परेशानी हो रही है। बहुत जल्द स्थायी समाधान निकाला जाएगा।
ललित लाकरा, सिटी मैनेजर, चास नगर निगम