पुरनाटांड़ के विस्थापितों ने फूंका आंदोलन का बिगुल
करगली (बेरमो) सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र के अमलो मौजा के पुरनाटांड़ के विस्थापितों ने रविवार
करगली (बेरमो) : सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र के अमलो मौजा के पुरनाटांड़ के विस्थापितों ने रविवार को विस्थापित संघर्ष मोर्चा बेरमो कोयलांचल के बैनर तले बैठक कर आंदोलन का बिगुल फूंका। बैठक में रैयत विस्थापितों के अधिग्रहण जमीन के बदले लंबित नौकरी, मुआवजा, पुर्नवास, रोजगार उपलब्ध करवाने सहित प्रबंधन द्वारा शोषण का विरोध करने का निर्णय लिया गया। जिलाध्यक्ष रंजीत महतो ने कहा कि सभी विस्थापितों को एक मंच पर लाकर सीसीएल प्रबंधन की मनमानी का विरोध किया जाएगा। गैरमजरूआ जमीन का सत्यापन नहीं होने से विस्थापितों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो गई है। कुछ लोगों ने विस्थापितों को बहला-फुसलाकर उसकी जमीन पर कब्जा कर कोयला खनन करवाने का कार्य कर रही है। वैसे लोगों से विस्थापितों को सजग रहने की जरूरत है। अमलो के पुरनाटांड़ में प्रबंधन ने जबरन प्रशासन व सीआइएसएफ के बल पर खदान चालू कराने का काम किया है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि सीसीएल बीएंडके व ढोरी प्रबंधन दोनों पुरनाटांड़ के विस्थापितों पर शोषण करने का कार्य कर रही है। कारो व अमलो के विस्थापित को एकजुट कर जल्द ही प्रबंधन को ज्ञापन देते हुए आंदोलन किया जाएगा।
विस्थापित नेता दिगंबर महतो ने कहा कि पुरनाटांड के रैयत विस्थापितों का सैकड़ों एकड़ जमीन सीसीएल बीएंडके प्रबंधन ने अधिग्रहण करने का काम किया और प्रबंधन उस जमीन पर खनन का कार्य कर रही है, लेकिन रैयत विस्थापितों को अधिकार और सुविधा नहीं दिया जा रहा है। खनन के लिए हैवी ब्लास्टिग करने से गांव के लोगों में भय का माहौल बना रहता है। कहा कि सीसीएल प्रबंधन भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1894, कोल बेरिग एक्ट 1957 या आरआर पॉलिसी 2012 के तहत रैयतों को सुविधा और उनका अधिकार देने का काम करें। यदि रैयत विस्थापितों को प्रबंधन समय पर उनका अधिकार नहीं देती है तो मोर्चा उग्र आंदोलन करेगी। बैठक में
हेमलाल महतो, शंभूनाथ महतो, गिरधारी महतो, लालमोहन यादव, श्याम कुमार, राजेश कुमार गुप्ता, बबीता देवी, तुलसी देवी, लीला देवी, अनिता देवी, बंधनी देवी, श्याम कुमार, दीपक कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।