भागाबांध में मना महिषासुर का शहादत दिवस
शिकार दिशुम खेरवाल कमेटी की ओर से चास प्रखंड के भागाबांध में मंगलवार को विजया दशमी पर महिषासुर का शहादत दिवस मनाया गया। कमेटी के अध्यक्ष उपेन हांसदा ने कहा कि महिषासुर कुशदीप क्षेत्र के महाबली खेरवार राजा थे।
संवाद सहयोगी, तालगड़िया: शिकार दिशुम खेरवाल कमेटी की ओर से चास प्रखंड के भागाबांध में मंगलवार को विजया दशमी पर महिषासुर का शहादत दिवस मनाया गया। कमेटी के अध्यक्ष उपेन हांसदा ने कहा कि महिषासुर कुशदीप क्षेत्र के महाबली खेरवार राजा थे। आदिवासियों के राजा हुदूड़ दुर्गा यानी महिषासुर की सेना का आर्य रमणियों ने छल-कपट से संहार कर दिया। इसलिए उनकी याद में शहादत दिवस मनाया जाता है। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। आदिवासी आज भी महिषासुर के किस्सों को अपने बच्चों को बताते हैं और इस तरह महिषासुर को अपना पूर्वज मानने की परंपरा आज तक चली आ रही है।
कुड़मी समाज भी खुद को आदिवासी मानता है। महादेव महतो ने कहा कि हमें जनजाति प्रथागत नियमों का पालन करना होगा, तभी हमारी संस्कृति बची रहेगी। इस दौरा दसई नाच एवं लाठी खेल का भी आयोजन किया गया। संचालन ध्रुव महतो ने किया। मौके पर जगन्नाथ महतो, जाहेर सेवा ट्रस्ट के महावीर मरांडी, आलमनी महतो, भूपेन, केदार महतो, परेश, अरविद, प्रकाश दास, गोपाल रजक, इस्लाम अंसारी, सरिता हांसदा, शकुंतला हांसदा, अजय बाउरी, धीरेन रवानी आदि उपस्थित थे।