Move to Jagran APP

भागाबांध में मना महिषासुर का शहादत दिवस

शिकार दिशुम खेरवाल कमेटी की ओर से चास प्रखंड के भागाबांध में मंगलवार को विजया दशमी पर महिषासुर का शहादत दिवस मनाया गया। कमेटी के अध्यक्ष उपेन हांसदा ने कहा कि महिषासुर कुशदीप क्षेत्र के महाबली खेरवार राजा थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 06:15 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 06:15 PM (IST)
भागाबांध में मना महिषासुर का शहादत दिवस
भागाबांध में मना महिषासुर का शहादत दिवस

संवाद सहयोगी, तालगड़िया: शिकार दिशुम खेरवाल कमेटी की ओर से चास प्रखंड के भागाबांध में मंगलवार को विजया दशमी पर महिषासुर का शहादत दिवस मनाया गया। कमेटी के अध्यक्ष उपेन हांसदा ने कहा कि महिषासुर कुशदीप क्षेत्र के महाबली खेरवार राजा थे। आदिवासियों के राजा हुदूड़ दुर्गा यानी महिषासुर की सेना का आर्य रमणियों ने छल-कपट से संहार कर दिया। इसलिए उनकी याद में शहादत दिवस मनाया जाता है। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। आदिवासी आज भी महिषासुर के किस्सों को अपने बच्चों को बताते हैं और इस तरह महिषासुर को अपना पूर्वज मानने की परंपरा आज तक चली आ रही है।

loksabha election banner

कुड़मी समाज भी खुद को आदिवासी मानता है। महादेव महतो ने कहा कि हमें जनजाति प्रथागत नियमों का पालन करना होगा, तभी हमारी संस्कृति बची रहेगी। इस दौरा दसई नाच एवं लाठी खेल का भी आयोजन किया गया। संचालन ध्रुव महतो ने किया। मौके पर जगन्नाथ महतो, जाहेर सेवा ट्रस्ट के महावीर मरांडी, आलमनी महतो, भूपेन, केदार महतो, परेश, अरविद, प्रकाश दास, गोपाल रजक, इस्लाम अंसारी, सरिता हांसदा, शकुंतला हांसदा, अजय बाउरी, धीरेन रवानी आदि उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.