मजदूर संघ ने की हड़ताल, प्लांट पर पड़ा असर
बोकारो क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ ने मंगलवार को हड़ताल की जिसका असर बोकारो स्टील
बोकारो : क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ ने मंगलवार को हड़ताल की, जिसका असर बोकारो स्टील प्लांट में देखने को मिला। हालांकि, दोपहर करीब एक बजे प्रबंधन संघ पदाधिकारियों को उनकी मांग को लेकर आश्वस्त किया तो हड़ताल स्थगित कर दी गई। हड़ताल का असर मुख्य रूप से हॉट स्ट्रिप मिल, एचआरसीएफ, सीआरएम- एक व दो, एसएमएस-दो सीसीएस, धमन भट्टी, यातायात विभाग, भंडार विभाग, ईएमडी विभाग में देखा गया। दोपहर करीब 12 बजे यूनियन के महामंत्री संग्राम सिंह एवं बोकारो डिप्लोमाधारी यूनियन यूनियन के प्रतिनिधियों के संग बीएसएल के अधिशासी निदेशक की हुई। तब जाकर प्लांट सुचारू से काम करना शुरू किया। महामंत्री ने संग्राम सिंह ने कहा कि हड़ताल की सफलता का सारा श्रेय मजदूर एवं बोकारो डिप्लोमाधारी यूनियन के युवा साथियों को जाता है। आज की ऐतिहासिक हड़ताल बोकारो स्टील प्लांट के मजदूरों का दशा और दिशा दोनों तय करेगी। कहा कि यदि 23 अप्रैल को एनजेसीएस की होने वाली बैठक में मजदूरों के वेज रिवीजन पर सम्मानजनक समझौता नहीं हुआ तो यूनियन दुबारा हड़ताल करने को बाध्य होगा। यूनियन के अध्यक्ष भीम सिंह ने कहा कि हड़ताल की सफलता मजदूरों के सम्मान की जीत है। अब मजदूर अपना हक लड़कर लेना सीख गए हैं। मजदूर अपने मान-सम्मान की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को बाध्य हैं। इस अवसर पर बीपी सिंह, अनिल सिंह, केके उपाध्याय, आरएन मिश्रा, रंजेश सिंह, सुनील चौधरी, सौरभ पटेल, इंद्रजीत सिंह, पवन पांडे, उमाशंकर, अरुण तिवारी, मनोज पाठक, मनोज दुबे, मणिलाल सिंह, प्रमोद कुमार, ओम प्रकाश पाठक, सुजीत राय, मलय मुखर्जी, सिकंदर बादशाह, प्रवीण कुमार, अजय सिंह, जुगल किशोर, लोकनाथ सिंह, हरे कृष्णा चौरसिया, मनिदर कुमार, शशि कुमार सिंह, संटू सिंह दिलीप कुमार, राजा जनक, राजीव सिंह, अभिषेक कुमार, सुभाष सिंह, बीडी तिवारी आदि उपस्थित थे।