झूठ बोल रहे रेल मंत्री, रेलवे को बेचने का है प्लान
देश गंभीर स्थिति से गुजर रहा है। खासकर रेलवे की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
जागरण संवाददाता, बोकारो: देश गंभीर स्थिति से गुजर रहा है। खासकर रेलवे की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। देश के रेल मंत्री पीयूष गोयल सदन व सभा दोनों जगह झूठ बोल रहे हैं। यह कहना है दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के अध्यक्ष केएस मूर्ति का।
वे सोमवार को बोकारो में मेंस कांग्रेस के जोनल सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि संसद देश का मंदिर है। उस मंदिर में खड़े होकर सरकार के मंत्री झूठ बोलते हैं कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा। दूसरी ओर अहमदाबाद में जाकर प्राइवेट ट्रेन को हरी झंडी दिखा रहे हैं। पूरे देश में रेलवे के 3.25 लाख पद खाली हैं, पर भर्ती की बात तो दूर, देश की सरकार सरकारी उपक्रमों को बेचकर उसे अडानी, अंबानी व टाटा को देना चाहती है, ताकि देश के बेरोजगार युवा सरकार की नौकरी छोड़कर इन उद्यमियों का नौकर बन जाए। मूर्ति ने कहा कि सरकार पूरी तरह बेशर्म हो चुकी है। केवल देश को दूसरे मुद्दों में उलझाकर सरकारी संपत्तियों को बेच रही है। मौके पर दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस महासचिव एसआर मिश्रा उपस्थित थे।
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वर्षो की अर्जित संपत्ति को बेच रही सरकार: केएस मूर्ति ने कहा कि सामान्य रूप से पूर्व की सरकार पर आरोप मढ़नेवाली मोदी सरकार केवल देश की लाभ कमाने वाली कंपनियों को बेच रही है। इसका उदाहरण एलआइसी सहित अन्य कंपनियों में विनिवेश है। रेलवे की सुरक्षा प्रणाली प्राइवेट कंपनियों के हाथ में चली गई है। किसी भी ट्रेन में सुरक्षा का इंतजाम नहीं है। यात्री सुरक्षा जैसे मामले को भी निजी हाथों दे दिया गया है। नई पेंशन स्कीम के तहत कर्मचारियों के पैसे का फंड मैनेजमेंट निजी बैंकों के हाथ में दिया जा रहा है। यह किसी भी स्तर से ठीक नहीं है। बेरोजगारों को मुद्दे से भटकाने के लिए सीएए व एनआरसी जैसे मुद्दे को उठाया गया है। विपक्ष के लोग भी सरकार की मंशा को समझ नहीं पा रहे हैं।