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सेल के जूनियर अफसरों का वेतन विसंगति होगा दूर

बोकारो महारत्न कंपनी सेल में कर्मचारी से अधिकारी बने वर्ष 2008-10 बैच के अधिकारियों के व

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 08:38 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 08:38 PM (IST)
सेल के जूनियर अफसरों का वेतन विसंगति होगा दूर
सेल के जूनियर अफसरों का वेतन विसंगति होगा दूर

बोकारो : महारत्न कंपनी सेल में कर्मचारी से अधिकारी बने वर्ष 2008-10 बैच के अधिकारियों के वेतनमान में हुई विसंगति अब दूर हो जाएगी। ऐसा इसलिए कि प्रबंधन कंपनी में पे रिवीजन को लागू करने साथ ही इनके लिए 70 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रबंध कर ली है। यह राशि अगले माह तक इंक्रीमेट के आधार पर उन्हें दे दी जाएगी। इससे बोकारो इस्पात संयंत्र सहित सेल के अन्य इकाई में कार्यरत लगभग 1200 अधिकारी लाभान्वित होंगे।

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सेल में वर्ष 2008 व 2010 में आंतरिक पदोन्नति योजना द्वारा कर्मचारी से अधिकारी बने अफसरों का वेतन कर्मचारियों से कम हो गया था। चूंकि कर्मचारियों का पिछला पे रिवीजन एक जनवरी 2012 को हुआ था। इससे उनका मूल वेतन व महंगाई भत्ता जूनियर अफसरों से ज्यादा हो गया था। वहीं अधिकारी का पिछला पे रिवीजन एक जनवरी 2007 को हुआ था। इस राशि में संतुलन बनाए रखने के लिए प्रबंधन ने एक कमेटी का गठन किया था। इसमें बीएसएल के अधिशासी निदेशक कार्मिक व प्रशासन समीर स्वरूप भी शामिल हैं। कमेटी की ओर से मामले पर अपनी रिपोर्ट सेल मुख्यालय को सौंप दी गई है। इसके बाद यह साफ हो गया है कि साल 2008-10 बैच के ई-0 बने अधिकारियों का वेतनमान अब बढ़कर कर्मचारियों से ज्यादा हो जाएगा।

राउरकेला में जमकर हुआ हंगामा :

सेल के जूनियर अधिकारियों ने रविवार को राउरकेला इस्पात संयंत्र में वार्षिक आम बैठक की। इस दौरान उन्होंने कंपनी में सेलकर्मियों का पे रिवीजन लागू होने से पहले वेतन विसंगति में सुधार के लिए जमकर हंगामा किया। अधिकारियों ने एक स्वर में कहा कि यदि 29 अक्टूबर को बोर्ड मीटिग से पूर्व उनके पे एनुम्युली में संशोधन नहीं किया जाता है तो वे कंपनी का चक्का जाम कर सकते हैं। उनके इस फैसले पर पीएसयू अधिकारियों की संगठन एनसीओए खुलकर उनके पक्ष में आ गई है। वर्जन:

सेल में ई-0 बने जूनियर अफसरों के वेतन विसंगति में सुधार के लिए बनी कमेटी की रिपोर्ट के बाद उन्हें तत्काल रकम का भुगतान किया जाना चाहिए। यदि इसमें और देर की जाती है तो संगठन को विवश होकर आंदोलन करना होगा।

विमल कुमार विशी, सदस्य, नेशनल कंफेडरेशन आफ आफिसर एसोसिएशन।


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