झारखंड पर मंडरा रहा बिजली आपूर्ति का खतरा! DVC बोकारो थर्मल की 500 MW यूनिट बंद
झारखंड में बिजली आपूर्ति का संकट गहरा रहा है क्योंकि डीवीसी बोकारो थर्मल पावर स्टेशन की 500 मेगावाट यूनिट बंद हो गई है। इससे राज्य में बिजली उत्पादन प्रभावित होगा और उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है। सरकार को वैकल्पिक स्रोतों से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।

DVC बोकारो थर्मल प्लांट
जागरण, संवाददाता,बेरमो। डीवीसी बोकारो थर्मल स्थित 500 मेगावाट क्षमता वाली ए यूनिट को मंगलवार देर रात 1 बजकर 35 मिनट पर बंद कर दिया गया। प्लांट बंद करने का निर्णय मंगलवार को लिया गया। अभियंताओं ने बताया कि नूरीनगर स्थित दोनों ऐश पौंड पूरी तरह भर चुके हैं, जिससे ऐश डिस्पोजल संभव नहीं है। बैठक के बाद सभी विभागों को इस संबंध में सूचना साझा की गई।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार देर रात तक प्लांट से लगभग 360 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा था। यूनिट को बंद करने से पहले इसे फुल लोड 500 मेगावाट पर चलाया गया। ऐश पौंड से छाई उठाव का कार्य विगत चार माह से ठप पड़ा है। 15 जुलाई से ही बेरमो हाइवा कोयलांचल एसोसिएशन एवं विस्थापितों के आंदोलन के कारण उठाव कार्य बाधित है।
बैठक के बाद आंदोलन समाप्त
हालांकि, एक नवंबर को चंद्रपुरा स्थित डीवीसी निदेशक भवन में बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ की अध्यक्षता में हुई त्रिपक्षीय बैठक के बाद आंदोलन समाप्त हुआ था,लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
ऐश पौंड में कार्यरत 55 मजदूरों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर काम ठप कर रखा है। प्रबंधन ने बताया कि पौंड के भीतर अब नई छाई जमा करने की जगह नहीं बची है। दोनों पौंड पूरी तरह भरे होने के कारण अब दीवार बनाकर छाई रोकने का प्रयास किया जा रहा है। यूनिट बंद होने से डीवीसी के झारखंड स्थित बिजली आपूर्ति पर असर पड़ सकता है।

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