देश की तरक्की में है मुसलमानों की भागीदारी
करगली (बेरमो) दरभंगा से पधारे पीर-ए-तरीकत हजरत सैयद मो. अरमान ने फरमाया कि देश की
करगली (बेरमो) : दरभंगा से पधारे पीर-ए-तरीकत हजरत सैयद मो. अरमान ने फरमाया कि देश की गंगा-जमुनी तहजीब सदा कायम रहेगी। इस मुल्क की तरक्की में अन्य कौमों के साथ-साथ मुसलमानों के योगदान को फरामोश नहीं किया जा सकता। वे फुसरो के रजानगर स्थित मदरसा गुलशन-ए- अजमेर की ओर से पुराना बीडीओ ऑफिस एरिया में गुरुवार की रात आयोजित जलसा-ए-दस्तारबंदी में तकरीर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चाहे देश की आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद देश को तरक्की की राह पर बढ़ाने की, हर मामले में मुसलमानों ने योगदान दिया। अपने देश से सभी मुसलमान बेहद प्यार करते हैं। देश से मुहब्बत करना ईमान का हिस्सा है।
जलसा को सफल बनाने में हाफिज-कारी सादिक हुसैन, मो. इम्तीयाज, मो. शमीम, गोरा खाना, सुफियान रजा, बाबू कुरैशी, मो. अजमत, मो. मुमताज, मो. मेराज, नवाब अंसारी आदि का योगदान रहा। मौके पर झामुमो के जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, युवा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष आर उनेश, भोलू खान, बैजनाथ महतो, अर्चना सिंह, हाजी मो. इसराईल, मो. जलालुद्दीन, परवेज अख्तर, मदन महतो, दीपक महतो, शफीक हुसैन, मो. फारूक, मो. रहमान, टीकू खान, मो. साजन आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।