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भारतीय सभ्यता व संस्कृति की विशिष्ट पहचान

बोकारो इग्नू अध्ययन केन्द्र सेक्टर तीन बी में सावन महोत्सव के समापन पर मंगलवार को फैंसी ड्रेस व

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Aug 2019 08:49 PM (IST)Updated: Tue, 13 Aug 2019 08:49 PM (IST)
भारतीय सभ्यता व संस्कृति की विशिष्ट पहचान
भारतीय सभ्यता व संस्कृति की विशिष्ट पहचान

बोकारो: इग्नू अध्ययन केन्द्र सेक्टर तीन बी में सावन महोत्सव के समापन पर मंगलवार को फैंसी ड्रेस व मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। डॉ.राज दुलारी ने कहा कि भारतीय सभ्यता व संस्कृति की विश्व में विशिष्ट पहचान है। देश में तीज-त्योहार देश की सभ्यता व संस्कृति के परिचायक हैं। सावन मास का खास महत्व है। इस मास में जहां एक ओर लोग भगवान शिव की भक्ति में लीन हो जाते हैं, वहीं दूसरी ओर किसान फसलों की बुआई में लग जाते हैं। महिलाएं झूला झूलती हैं। वे गीत गाती हैं। लोग आपस में खुशियां बांटते हैं। सीमा, सरिता, आकांक्षा, रीना, स्नेही, बबीता, राखी, जूली, मुस्कान, ज्योति, जेबा, सुनिता, पुतुल कुमारी, श्रेता, सुमानि आदि ने फैंसी ड्रेस व मेंहदी प्रतियोगिता में भाग लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों ने नृत्य व गीत प्रस्तुत किया। मौके पर डॉ देवयानी प्रसाद, डॉ. निरूपमा, डॉ. कुमकुम गुप्ता, डॉ. मंजू मिश्रा आदि उपस्थित थीं। इधर, बारी कोऑपरेटिव स्थित आर्या विहार सोसाइटी में सावन महोत्सव का आयोजन किया गया। महिलाओं ने कजरी व भजन पेश किया। उन्होंने नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया। मौके पर कस्तूरी सिन्हा, सरिता, अनीता, ज्योति, रमिता, इशिका, रत्ना, शोभा, स्नेहा, सृष्टि, एंजेल आदि उपस्थित थीं।

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