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पवन ऊर्जा से रोशन होंगे झुमरा व पारसनाथ

बेरमो : उग्रवाद प्रभावित झुमरा और पारसनाथ पहाड़ पर पवन ऊर्जा का उत्पादन शुरू किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 08:00 AM (IST)
पवन ऊर्जा से रोशन होंगे झुमरा व पारसनाथ
पवन ऊर्जा से रोशन होंगे झुमरा व पारसनाथ

बेरमो : उग्रवाद प्रभावित झुमरा और पारसनाथ पहाड़ पर पवन ऊर्जा का उत्पादन शुरू किया जाएगा। गिरिडीह सांसद रवींद्र कुमार पांडेय के प्रस्ताव पर उक्त परियोजना के लिए विभागीय स्तर से सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया गया है।

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सर्वेक्षण में उक्त दोनों स्थानों पर वायु वेग की उपलब्धता को देखते हुए पवन चक्की स्थापित करने के लिए इरेडा (इंडियन रिनेवल एनर्जी डेवलपमेंट अथॉरिटी) की ओर से परियोजना की तकनीकी स्वीकृति प्रदान की गई है। उक्त परियोजना के लिए झारखंड सरकार की ओर से वनभूमि का क्लीयरेंस अभी तक नहीं मिल पाया है। इस कारण पवन चक्की स्थापित करने की प्रक्रिया आरंभ नहीं हो पा रही है।

मंगलवार को राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान, चेन्नई में ऊर्जा पर संसद की स्थाई समिति की बैठक में इरेडा के सीएमडी केएस पोपली ने इसका खुलासा किया। पोपली ने सांसद को आश्वस्त किया कि वनभूमि का क्लीयरेंस मिलते ही पवन ऊर्जा के उत्पादन के लिए झुमरा और पारसनाथ पहाड़ में पवन चक्की संयंत्र स्थापित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। देश के सभी राज्यों में स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन के लिए केंद्र सरकार की संस्था इरेडा पूरी गंभीरता से प्रयत्नशील है।

सांसद पांडेय ने इरेडा की प्रस्तावित परियोजना को लेकर झारखंड की उपेक्षा के लिए अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अनेक प्रदेशों में स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए गैर पारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत को विकसित कर सौर एवं पवन ऊर्जा का उत्पादन के लिए अनेक परियोजनाएं स्थापित की गई हैं। गिरिडीह संसदीय क्षेत्र सहित पूरे झारखंड में वनभूमि और गैर कृषि योग्य भूमि की प्रचूरता के बावजूद सौर अथवा पवन ऊर्जा के उत्पादन के लिए एक भी परियोजना स्थापित नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

गिरिडीह संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी-छोटी पवन चक्की और गैर कृषि योग्य भूमि पर सोलर पार्क स्थापित करने पर बल देते हुए सांसद ने रूफ टॉप पर सोलर प्लेट लगा कर घरेलू विद्युत उत्पादन करने, सोलर पंप से ¨सचाई और पेयजलापूर्ति करने पर बल दिया।

संसदीय समिति के अध्यक्ष के हरि बाबू ने इरेडा के सीएमडी को झुमरा और पारसनाथ में वनभूमि का क्लीयरेंस के लिए झारखंड सरकार के संबधित अधिकारियों को स्मार पत्र देने और इसकी सूचना सांसद पांडेय को देने का निर्देश दिया। अध्यक्ष ने सांसद को आश्वस्त किया कि केन्द्र सरकार इन परियोजनाओं के लिए प्रतिबद्ध है। चालू वित्तीय वर्ष में ही इन परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जाएगा।

बैठक में रिनेवल एनर्जी के संयुक्त सचिव बीपी यादव, इरेडा के वित्त निदेशक एसके भार्गव, तकनीकी निदेशक नवीन भाई साह के अलावा दर्जनों सांसद उपस्थित थे।


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