कांग्रेस ने किया आदिवासियों का शोषण
संवाद सहयोगी चंद्रपुरा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीति वार पर पलटवार करते हुए पूर्व स
संवाद सहयोगी, चंद्रपुरा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीति वार पर पलटवार करते हुए पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा अलग राज्य का श्रेय लेने वाले सीएम के पिता शिबू सोरेन राज्य विभाजन के समय संसद सदस्य भी नहीं थे। अलग झारखंड राज्य, संथाली को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। पूर्व सीएम चंद्रपुरा प्रखंड के विभिन्न इलाकों में भाजपा प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को झारखंड और झारखंडियों के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। 70 वर्ष तक झारखंड और देश को लूटने वाली कांग्रेस के नेता बताएं कि कोयला और केंद्रीय लोक उपक्रम में कितने आदिवासियों को नौकरी दी थी। कांग्रेस से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि कांग्रेस आदिवासी, दलित, पिछड़ा के नाम पर जनता को लूटती रही है। दस माह में राज्य की स्थिति अराजक हो गई है।
सीएम को यह भी बताना चाहिए कि केंद्र सरकार ने अप्रैल से नवंबर तक सभी व्यक्तियों को दो-दो माह का राशन दिया। महिलाओं के खाते में तीन-तीन गैस सिलेंडर, 1500 रुपये दिया।
उन्होंने सवाल किया कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि आठ लाख प्रवासियों को लाए, पर आठ माह में 800 को भी प्राइवेट नौकरी नहीं दे सके, सभी को वापस जाना पड़ा। राज्य में जो शिक्षक नौकरी कर रहे थे उन्हें भी सड़क पर सरकार लाने जा रही है। सरकार का झूठ सामने आ गया है। पूर्व सीएम ने चंद्रपुरा प्रखंड परसाडीह झरनाडीह भूरसाबाद चर्च रोड झींझीरघुटू बेडा पडरिया एवं बुढीडीह में चुनाव प्रचार किया। मौके पर बोकारो विधायक बिरंची नारायण, लखी हेम्ब्रम, काशीनाथ सिंह, जानकी कोडा, अनिल कुमार महतो, संजीव झा, अनिल मुर्मू, प्रवीण सिंह, भुनेश्वर महतो, राजेश सिन्हा, चन्द्रशेखर महथा, घुनाथ टुडू आदि थे।