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सूरज की किरणों से मिल रही उद्योगों को सांस

ब्रिटेन में विश्व के 120 देशों द्वारा जलवायु परिवर्तन को लेकर चिता और 2050 तक विश्व के सभी कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को बंद करने की संकल्प से पूर्व औद्योगिक नगरी बोकारो में छोटे-बड़े उद्यमी वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोतों का उपयोग करने लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 05 Nov 2021 07:14 PM (IST)Updated: Fri, 05 Nov 2021 07:14 PM (IST)
सूरज की किरणों से मिल रही उद्योगों को सांस
सूरज की किरणों से मिल रही उद्योगों को सांस

बीके पाण्डेय, बोकारो: ब्रिटेन में विश्व के 120 देशों द्वारा जलवायु परिवर्तन को लेकर चिता और 2050 तक विश्व के सभी कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को बंद करने की संकल्प से पूर्व औद्योगिक नगरी बोकारो में छोटे-बड़े उद्यमी वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोतों का उपयोग करने लगे हैं। कल तक जो सौर ऊर्जा केवल कुछ घरों की बात थी, आज वही सौर ऊर्जा उद्योगों के संचालन का विकल्प बनता जा रहा है।

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सौर ऊर्जा पर खड़ा किया कारोबार, कमाई के साथ बचत भी: बोकारो में ऐसे ही एक उद्यमी अजय कुमार है जो कि फ्लेक्स और आफसेट प्रिटिग का काम करते हैं। वैसे तो फिलहाल अजय का व्यवसाय छोटे स्तर पर है, लेकिन इन्होंने जो किया है, उसकी प्रशंसा करते लोग नहीं थकते। अजय का कारोबार पूरी तरह सोलर एनर्जी पर निर्भर-निर्धारित है। इसके संचालन के लिए एक यूनिट बिजली भी खर्च नहीं होती, उल्टे 24 में 16 से 18 घंटे काम होता है। सेक्टर नौ थाना क्षेत्र के करमाटांड़ गांव में प्रधानमंत्री ग्राम स्वरोजगार योजना से ऋण लेकर काम शुरू किया था। अजय का कहना है कि उनके पास जरूरत से ज्यादा बिजली उपलब्ध है। सौर ऊर्जा से वह इतनी बिजली उत्पादित कर रहे कि उपयोग के बाद इसे बेचने में भी सक्षम हैं। ----------------------

आठ बैटरी से पांच किलो वाट बिजली का कर रहे उत्पादन: अजय ने बताया कि गांव में जेबीवीएनएल की बिजली आपूर्ति के अलावा कुछ लोग बोकारो स्टील की बिजली का अवैध रूप से उपयोग करते हैं, लेकिन बिजली आपूर्ति अनियमित है। उन्होंने 3.90 लाख रुपये खर्च कर आनलाइन इनवर्टर तथा छह सोलर प्लेट खरीदा और इसे अपने घर की छत पर लगवाया। इससे उनकी फ्लेक्स प्रिटिग मशीन के अलावा कंप्यूटर और दो टन का एसी संचालित होता है। सुबह से लेकर शाम पांच बजे तक सोलर एनर्जी से मशीन चलती है। इस दौरान बैटरी भी चार्ज होती रहती है।

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सोलर सिटी में बदल रहा बोकारो: बोकारो जिले में 55 कोयला आधारित पावर प्लांट हैं, जिनमें से 16 ने विकल्प के तौर पर सौर ऊर्जा को अपनाया है। आज लगभग इंडियन ऑयल के 20 पेट्रोल पंप सोलर संचालित हैं। वही बोकारो का उपायुक्त कार्यालय अनुमंडल कार्यालय, सदर अस्पताल, बोकारो जनरल अस्पताल, बीएसएल का प्रशासनिक भवन सोलर सिस्टम से बिजली उत्पन्न कर रहा है। इसी प्रकार 250 किसान सोलर आधारित पंप का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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