आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम भाषा
बोकारो इमामुल हई खान लॉ कालेज व अल हबीब टीचर्स ट्रे¨नग कालेज में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा ि
बोकारो : इमामुल हई खान लॉ कालेज व अल हबीब टीचर्स ट्रे¨नग कालेज में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया। टीचर्स ट्रे¨नग कालेज की प्राचार्य डॉ.कायम जहरा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जब से मानव अस्तित्व में आया, तब से ही भाषा का उपयोग कर रहा है। चाहे वह ध्वनि के रूप में हो या सांकेतिक रूप में या अन्य किसी रूप में। भाषा हमारे लिए बोलचाल का माध्यम होती है। संप्रेषण का माध्यम होती है। इसके माध्यम से मानव अपने विचार व्यक्त कर सकता है। बातचीत कर सकते हैं। दूसरे लोगों के विचार सुन सकते हैं। यह बिलकुल सही है क्योंकि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज का निर्माण मनुष्यों के पारस्परिक सहयोग से होता है। समाज में रहते हुए मानव भाषा के जरिए आपस में अपनी इच्छाओं तथा विचारों का आदान-प्रदान करता है। भाषा राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विद्याíथयों ने हिन्दी, मगही, उर्दू, बांग्ला आदि भाषाओं में कविता पाठ किया। उन्होंने विभिन्न भाषाओं में नाटक का मंचन किया। मौके पर शिक्षक-शिक्षिकाएं व विद्यार्थी उपस्थित थे।
लोगों को एकता के सूत्र में बांधती भाषा
आदर्श विद्या मंदिर चास में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया। प्राचार्य चिन्मय घोष ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रभाषा संपूर्ण देश में भावात्मक तथा सांस्कृतिक एकता स्थापित करने का प्रधान साधन होती है। यह लोगों को एकता के सूत्र में बांधती है। मातृभाषा बोलने में गर्व का अनुभव करना चाहिए। विद्याíथयों ने मैथिली, मगही, बांग्ला, उड़िया, राजस्थानी, मराठी, हिन्दी आदि भाषा में कविता पाठ किया। शिक्षिका नूतन ¨मज ने नागपुरी गीत पेश किया।