छत से टपकते पानी के बीच पढ़ने को विवश विद्यार्थी
बोकारो: सरकारी स्तर पर विद्यालयों में विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा व संसाधन उपलब्ध कराने क
बोकारो: सरकारी स्तर पर विद्यालयों में विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा व संसाधन उपलब्ध कराने का दावा किया जाता है। लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आता है। राजकीयकृत उच्च विद्यालय लकड़ाखंदा सेक्टर दो ए के विद्यार्थी छत से टपकते पानी के बीच पढ़ने को विवश हैं। इससे वे खासे परेशान हैं। उनकी पढ़ाई पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। विभाग की ओर से अब तक विद्यालय भवन के छत की मरम्मति नहीं कराई जा सकी है।
बरसात के दिनों में बढ़ जाती परेशानी
विद्यालय भवन के छत की मरम्मत नहीं कराने से बरसात के दिनों में विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ जाती है। बरसात के दिनों में छत से लगातार पानी टपकता है। इस विद्यालय में लगभग 850 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। छत से पानी टपकने के कारण वे बार-बार अपना स्थान बदलने को विवश होते हैं। स्कूल में कक्षा ही नहीं पूरे बरामदा पानी से भरा रहता है। विद्यालय प्रबंधन की ओर से इस संबंध में विभाग को लिखा गया है। लेकिन इसकी मरम्मत नहीं हो सकी है।