मिशन ओलंपिक चयन ट्रायल में दिखी अव्यवस्था
बोकारो: झारखण्ड राज्य स्पोर्टस प्रमोशन सोसाइटी के तत्वाधान में 15 खेल विद्याओं में प्रतिभाशाली
बोकारो: झारखण्ड राज्य स्पोर्टस प्रमोशन सोसाइटी के तत्वाधान में 15 खेल विद्याओं में प्रतिभाशाली बच्चों का चयन ट्रायल शुक्रवार से चंदनकियारी में प्रारंभ हुआ। प्रतिभा चयन ट्रायल के पहले दिन 6819 प्रतिभागियों ने निबंधन दर्ज कराया। चंदनकियारी के हाई स्कूल मैदान में 8 से 12 आयु वर्ग के बच्चों ने खेल विशेषज्ञों के समक्ष अपना ट्रायल दिया।
बच्चों के ट्रायल कार्यक्रम के दौरान खेल मंत्री अमर कुमार बाउरी भी उद्घाटन सत्र में बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए मौजूद थे।
प्रतिभा ट्रायल कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को मोहन कुमार मंगलम स्टेडियम में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। जिला खेल पदाधिकारी नीरज कुमार ¨सह ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखण्डों में 17 दिसंबर तक प्रतिभा चयन ट्रायल का आयोजन विभिन्न तिथियों में किया जाएगा। बताते चलें कि झारखंड राज्य स्पोर्टस प्रमोशन सोसाइटी, सीसीएल और झारखण्ड सरकार की संयुक्त इकाई है। जेएसएसपीएस के सचिव विक्रांत मलहान के अनुसार चयनित खिलाड़ी राज्य स्तर के चयन प्रक्रिया से गुजरेंगे व अंतिम रूप से चयनित होने पर भविष्य में ओलंपिक मेडल हेतु रांची में प्रशिक्षित किए जाएंगे। उनके अनुसार 15 खेल विद्या मसलन एथलेटिक्स, ताइक्वांडो, कुश्ती, तीरंदाजी, फुटबॉल, बैड¨मटन, टेबलटेनिस, शू¨टग, भरोत्तोलन, जूडो, तैराकी, हॉकी, साइक¨लग, ड्राइ¨वग, एवं बॉ¨क्सग हेतु प्रतिभाओं का चयन किया जाएगा।
प्रतिभा चयन ट्रायल के दौरान उपायुक्त राय महिमापत रे, चास एसडीओ सतीश चन्द्रा, जिला खेल पदाधिकारी नीरज कुमार ¨सह, जिला शिक्षा पदाधिकारी महिप कुमार ¨सह, चंदनकियारी की प्रमुख हर्षिता रजवार, प्रखण्ड बीस सूत्री अध्यक्ष लोकेश साहनी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी रविन्द्र कुमार गुप्ता, जेएसएसपीएस के अशोक कुमार वर्मा, अंशु भाटिया सहित अन्य उपस्थित थे।दिखी अव्यवस्था : झारखंड राज्य स्पोर्ट्स प्रमोशन सोसाइटी के चयन ट्रायल में यहां मोहन कुमार मंगलम स्टेडियम में अव्यवस्था का आलम दिखा। स्टेडियम में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों के बच्चे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए आए थे। लेकिन यहां बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बच्चों के रजिस्ट्रेशन की बेहतर व्यवस्था नहीं की गई थी। इसलिए उन्हें रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लाइन में खड़ा रह कर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। चयन परीक्षण शिविर में भाग लेने वाले बच्चों की संख्या अधिक थी। इसके मुताबिक यहां पूरी व्यवस्था नहीं की गई थी।
- एक साथ दौड़ा दिए गए बालक-बालिका
स्टेडियम में प्रशिक्षकों व जिला संघ के सदस्यों ने बच्चों का ट्रायल लिया। इस दौरान बालक-बालिका को एकसाथ ट्रैक पर दौड़ाया गया। कई बच्चों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर उनका चयन किस आधार पर किया जा रहा है? यहां इतना ही नहीं यहां पर अस्थाई चें¨जग रुम तक की भी व्यवस्था नहीं की गई थी। इसलिए बच्चों खासकर बालिकाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मैदान में बच्चों के लिए पेयजल की व्यवस्था भी नहीं की गई थी।
---निजी विद्यालय के बच्चों की नहीं रही उपस्थिति
मोहन कुमार मंगलम स्टेडियम में हुए चयन परीक्षण शिविर में नगर के निजी विद्यालयों के बच्चों की उपस्थित नहीं रही। यहां केवल सरकारी विद्यालयों के बच्चे ही नजर आ रहे थे। चास के एकाध छोटे गैर मान्यता प्राप्त निजी विद्यालय के कुछ बच्चों ने ही इसमें शामिल हो पाए।