यूनियन के प्रयास से आश्रित को मिला ऑफर लेटर
बोकारो बोकारो इस्पात संयंत्र के आरएमएचपी विभाग में कार्य के दौरान हुई ठेका श्रमिक की मौ
बोकारो: बोकारो इस्पात संयंत्र के आरएमएचपी विभाग में कार्य के दौरान हुई ठेका श्रमिक की मौत के बाद रविवार को सेल प्रबंधन ने मृतक के आश्रित को बीएसएल में स्थायी नियोजन का पत्र दे दिया। इसके बाद ठेका श्रमिक धीरेन हांसदा के शव को उनके परिजन बीजीएच के शव गृह से ले गए। इस दौरान बोकारो इस्पात कर्मचारी संघ द्वारा कई दौर की वार्ता प्रबंधन के साथ हुई। बाद में यूनियन के दबाव को देखते हुए बीजीएच में मृतक की पत्नी को ऑफ लेटर दिया गया। शनिवार को आरएमएचपी विभाग में आरके सर्विसेज कंपनी का ठेका मजदूर धीरेन हांसदा (32) सामान्य पाली की ड्यूटी के दौरान जंक्शन नंबर-12 में बेहोश होकर गिर पड़ा। आनन-फानन में उसके सहकर्मी उसे बीजीएच ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद प्रबंधन मृतक के आश्रित को नियोजन देने की मांग पर आनकानी करने लगी। प्रबंधन का अपना तर्क था कि घटना बीमारी से हुआ है। इसलिए इसकी जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने की बाद की जाएगी। जबकि श्रमिक संगठन इस पर अड़े हुए थे कि मृत्यु कार्य के दौरान हुआ है, इसलिए नियोजन तुरंत मिलना चाहिए। वार्ता में यूनियन के संयुक्त महामंत्री शंभू कुमार, नंदू कुमार, ठेका प्रकोष्ठ विभाग के डीजीएम बीके मिश्रा, कामिक विभाग के उप प्रबंधक अभिषेक आदित्या शामिल थे।
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वर्जन
मृतक धीरेन हांसदा के परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है। प्रबंधन पर कंपनी के प्रावधान के तहत नियोजन दिए जाने का दबाव बनाया गया। चूंकि मौत कार्यस्थल पर हुई थी। इसलिए इसमें कितु-परंतु का कोई सवाल नहीं था। श्रमिकों के हित की रक्षा के लिए यूनियन की लड़ाई निरंतर जारी रहेगी।
प्रेम कुमार, महामंत्री, बोकारो इस्पात कर्मचारी संघ ।