दादा ने खोया साला तो ददई ने मित्र
बोकारो व झारखंड के ही नहीं देश की प्रसिद्ध राजनीतिक हस्तियों में शुमार राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन ने कई लोगों को व्यक्तिगत स्तर पर क्षति पहुंचाई है।
जासं, बोकारो: बोकारो व झारखंड के ही नहीं, देश की प्रसिद्ध राजनीतिक हस्तियों में शुमार राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन ने कई लोगों को व्यक्तिगत स्तर पर क्षति पहुंचाई है। सात बार विधायक रह चुके समरेश सिंह ने कहा कि राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है। औरंगाबाद में रिश्तेदारी होने के कारण हम दोनों में साला-बहनोई का रिश्ता था। दूसरे दल में होने के बावजूद राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कभी भी रिश्तों की मर्यादा को नहीं तोड़ा। उन्होंने कहा कि कई बार मजाक में मैं कई बातें बोल जाता था, लेकिन राजेंद्र ने कभी विरोध नहीं किया। मजबूरी में मुझे ही रिश्ते के कारण उनके मधुर स्वभाव के सामने झुकना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि आज झारखंड ने ही नहीं, देश ने एक अच्छा मजदूर नेता व व्यक्ति खो दिया है। इसकी भरपाई नहीं हो सकेगी। वहीं समरेश की पुत्रवधू श्वेता सिंह ने कहा है कि उन्होंने अपना अभिभावक खो दिया है।
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ददई ने कहा, अच्छा मित्र चला गया दुनिया से: पूर्व सांसद व मंत्री चंद्रशेखर दूबे का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री बिदेश्वरी दूबे के साथ हम दोनों ने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। 40 वर्षो तक एक साथ काम किया और मजदूर राजनीति के साथ सामान्य राजनीति करते रहे। राजेंद्र बाबू ने हमेशा सम्मान दिया है। उनके निधन से झारखंड ही नहीं, देश को धक्का लगा है। राजेंद्र प्रसाद सिंह के निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है।