दिवारात्रि क्रिकेट प्रतियोगिता में नहीं थी लाइट की व्यवस्था, हंगामा
सुरही (बेरमो) नावाडीह के बिनोद बिहारी महतो स्टेडियम में सोमवार को शुरू हुए दिन-रात
सुरही (बेरमो) : नावाडीह के बिनोद बिहारी महतो स्टेडियम में सोमवार को शुरू हुए दिन-रात एक दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया। मंगलवार को लाइट की व्यवस्था नहीं रहने की वजह फाइनल मैच का आयोजन नहीं हो सका। नाराज खिलाड़ियों ने जमकर हंगामा किया। आयोजन समिति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खेल का आयोजन आजसू पार्टी की तरफ से किया गया था। आयोजन समिति की गंभीर लापरवाही व अव्यवस्था के कारण दो दिन में भी मैच पूरा नहीं हो सका। इस कारण दूर-दूर से प्रतियोगिता में आए खिलाड़ी भड़क गए।
दरअसल आयोजक कमेटी मंगलवार को प्रतियोगिता की शुरुआत मुख्य अतिथि सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के आने के बाद शुरु करना चाहती थी। दो बजे तक मुख्य अतिथि के नहीं आने के कारण खिलाड़ी विरोध करने लगे। इसके बाद देर से मैच की शुरुआत की गई। मंगलवार की सुबह तक कोई भी टीम सेमिफाइनल तक नहीं पहुंची, तो आयोजक समिति ने सुबह 10 बजे से आगे का मैच कराने की बात कही। निर्धारित समय पर सभी टीम पहुंच गई। आयोजक कमेटी के आपसी तालमेल के अभाव में खेल देर से शुरू हुआ।
पहला क्वार्टर फाइनल मैच नावाडीह बनाम दुग्दा, व तेलो बनाम नगलो की टीम के बीच खेला गया। इसमें नावाडीह व नगलो की टीम सेमिफाइनल में पहुंची। वहीं क्वाटर फाइनल मैच बोकारो पुलिस टीम बनाम सिमराबेड़ा के बीच हो रहा था, तभी बारिश होने लगी। बारिश रुकने के बाद दोनों टीम खेलना चाह रही थी। आयोजक कमेटी की ओर से लाइट की व्यवस्था नहीं होने का हवाला दे लाटरी से निर्णय लेने का टीम पर दबाव बनाया जाने लगा। इस पर खिलाड़ियों ने हंगामा कर दिया।
डुमरी प्रमुख यशोदा देवी, पूर्व प्रमुख मोहन महतो, चपरी मुखिया गौरीशंकर महतो, भलमारा मुखिया देवानंद महतो पहुंच खिलाड़ियों को समझाया। अंतत: नावाडीह व सिमराबेड़ा टीम की अनुपस्थिति में लाटरी में नावाडीह को विजेता व नगलो को उपविजेता घोषित कर दिया गया। वहीं विजेता व उपविजेता को मिलने वाली राशि को चारों टीमों के बीच 10-10 हजार रुपये वितरण कर दिया गया। विरोध कर रही टीमों के खिलाड़ियों का कहना है कि आयोजकों ने ऐसा कर उनकी प्रतिभा को दबाने का काम किया है। मौके पर आयोजन समिति के बाबी पटेल, सोनू चौधरी, विजय कुमार महतो, भगीरथ महतो मौजूद थे।