कसमार में बकरी वितरण में गड़बड़ी की जांच कराएं सीएम
संवाद सहयोगी कसमार पूर्व विधायक योगेंद्र महतो ने कसमार की महिला समूहों की शिकायत पर ज
संवाद सहयोगी, कसमार : पूर्व विधायक योगेंद्र महतो ने कसमार की महिला समूहों की शिकायत पर जेएसपीएल द्वारा बकरा-बकरी वितरण योजना में अधिकारियों एवं कर्मियों द्वारा गड़बड़ी करने की शिकायत मुख्यमंत्री एवं विभागीय मंत्री से की है। विधायक ने पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की है। विधायक ने कहा है कि झारखंड राज्य लावइलीहुड प्रोमोशन सोसाइटी की ओर से कसमार प्रखंड में महिलाओं आत्मनिर्भर और सबल बनाने के लिए स्वावलंबन योजना के तहत बकरी पालन के लिए 255 महिला समूहों के बीच 19 हजार 150 रुपये की लागत पर चार बकरियां एवं एक बकरे के हिसाब से कुल 1020 बकरियां व 255 बकरे दिये गये थे। जेएसएलपीएस के अधिकारियों और कर्मियों की लापरवाही के कारण वितरण के साथ-साथ लगभग सभी समूहों के बकरे-बकरियां मरती चली गयीं। जिससे महिलाओं की स्वावलंबन की योजना पर पानी फेर गया है।
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ब्लैक बंगाल के नाम पर बांट दी देशी नस्ल की बकरियां : आपूर्तिकर्ता अधिक लाभ कमाने के चक्कर में सरकारी प्रावधान के विरुद्ध ब्लैक बंगाल नस्ल के बदले स्थानीय देशी नस्लों की कमजोर और बीमार बकरे-बकरियां बांट दी। इसके कारण एक एक कर 15 दिन के बाद सभी बकरियां मर गईं। बकरा-बकरियों के वितरण के पूर्व बीमा भी कराये जाने का नियम था। ताकि बकरियों के मरने पर महिला समूहों को बीमा कंपनी क्षतिपूर्ति राशि दे। लेकिन, पशु चिकित्सक द्वारा बगैर जांच रिपोर्ट के ही बीमा कंपनी को फार्म दिया गया था। इससे अब बीमा कंपनी ने मुआवजा राशि देने से इन्कार कर रही है।
------- बकरा-बकरी का वितरण मेरे कार्यकाल के पूर्व किया गया था। मुझे जानकारी नहीं है। बकरियां मरने की सूचना मिली है। बीमा कंपनी को क्लेम किया गया है।
संजीव कुमार,
बीपीएम, जेएसएलपीएस, कसमार प्रखंड।