बिजली-पानी नहीं मिला तो वोट भी नहीं देंगे
चंद्रपुरा चंद्रपुरा प्रखंड के आदिवासी बहुल गांव राजाबेड़ा के ग्रामीण बिजली-पानी की किल्लत स
चंद्रपुरा : चंद्रपुरा प्रखंड के आदिवासी बहुल गांव राजाबेड़ा के ग्रामीण बिजली-पानी की किल्लत से परेशान हैं। लोगों का साफ कहना है कि जब मूलभूत समस्याएं ही दूर नहीं हो रही हैं तो वोट करने से क्या फायदा? राजाबेड़ा के उपगांव खानूडीह, बेलघुटू, बोरवाबेड़ा, कोयरबेड़ा गांव में एक सप्ताह से बिजली एवं पानी की किल्लत है। जानकारी के अनुसार 8 अप्रैल को स्थानीय सिदो-कान्हू चौक स्थित नालापट्टी के पास हाइवा के धक्के से तीन बिजली के खंभे व तार क्षतिग्रस्त हो गया था। इस घटना के बाद गांव में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई।
पानी की भी किल्लत : इसकी वजह से पानी की आपूर्ति बाधित हो गई। गांव में लगे दो चापाकल भी मरम्मत के अभाव में बेकार साबित हो रहे हैं। ऐसे में राजाबेड़ा के अधिकांश लोग करीब एक किमी दूर दामोदर नदी पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
सोमवार को गांव की महिलाओं ने राजाबेड़ा में पानी टंकी के पास बाल्टी, डेगची व गैलन सहित अन्य बर्तनों को लेकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने बताया कि बिजली आपूर्ति ठप होने के साथ ही गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है।
गांव की मीणा देवी, आशा देवी, पूर्णिमा देवी, संगीता देवी, सुमित्रा देवी, जगती किस्कू, पूनम देवी आदि महिलाओं ने कहा कि चुनाव से पहले अगर गांव में बिजली एवं पेयजल सेवा बहाल नहीं हुई, तो राजाबेड़ा के मतदाता वोट का बहिष्कार करेंगे। राजाबेड़ा के नागरिकों ने विद्युत विभाग के वरीय मंडलीय अभियंता एवं जिला प्रशासन को पत्र प्रेषित कर गांव में उत्पन्न बिजली एवं पेयजल संकट का तत्काल निराकरण करने मांग की है। इसमें 16 अप्रैल तक बिजली संकट दूर करने की बात कही गई है।