मजदूरों की उपेक्षा नहीं की जाएगी बर्दाश्त
करगली (बेरमो) श्रमिक संगठन सीटू के प्रतिनिधियों ने सोमवार को सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र के महा
करगली (बेरमो) : श्रमिक संगठन सीटू के प्रतिनिधियों ने सोमवार को सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र के महाप्रबंधक के नाम एसओपी प्रतुल कुमार को 32 सूत्री मांगपत्र सौंपा। मांगों के निराकरण के प्रति 15 दिनों के अंदर सकारात्मक पहल नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। सीटू के क्षेत्रीय सचिव गोवर्धन रविदास ने कहा कि मजदूरों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि बीआरके प्राइवेट रैक में वाशरी ग्रेड-थ्री का कोयला ले जाया जा रहा है। एएडीओसीएम परियोजना की छह नंबर खदान में 31 जुलाई को अचानक पानी घुस गया। इसकी जांच होनी चाहिए। आउटसोर्सिंग कंपनी के मजदूरों को प्रतिमाह समय पर वेतन भुगतान किया जाए। एएडीओसीएम परियोजना में हैवी ब्लास्टिग के कारण कई लोग बाल-बाल बचे, उसकी जांच कराई जाए। वर्षों से संवेदनशील पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को स्थानांतरित स्थल पर जल्द से जल्द भेजा जाए। केंद्रीय अस्पताल ढोरी में कैंटीन की व्यवस्था की जाए।
सीटू ढोरी प्रक्षेत्र के अध्यक्ष चंद्रशेखर महतो ने कहा कि जेबीसीसीआइ-10 के तहत हुए समझौते को जल्द से जल्द लागू किया जाए। ढोरी एरिया में कायाकल्प योजना से कराए गए कार्यों की गुणवत्ता की जांच कराई जाए। पांच नंबर धौड़ा के समीप लगी भूमिगत आग को बुझाई जाए। खुली खदानों में कोयला खनन कार्य डीजीएमएस के नियमानुसार कराई जानी चाहिए। मजदूरों के धौड़े में स्वच्छ पेयजल मुहैया कराई जाए और दो लाख से कम के आफलाइन टेंडर में विस्थापितों को प्राथमिकता दी जाए। सीसीएल प्रबंधन सिर्फ कोयला खनन कराने में लगा हुआ है, मजदूरों की सुविधा के प्रति ध्यान नहीं है। कोल इंडिया व डीजीएमएस के नियमों को ताख पर रखकर प्रबंधन माइंस में कार्य करा रहा है। यदि यूनियन की मांगों का निराकरण करने के प्रति प्रबंधन ने जल्द से जल्द पहल नहीं की, तो सीसीएल ढोरी एरिया का चक्काजाम कर दिया जाएगा। मौके पर सीटू के कई प्रतिनिधि उपस्थित थे।