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नहीं छोड़ा बीएसएल आवास तो छूटेगी नौकरी

बोकारो : दो-दो आवास का लाभ लेनेवाले इस्पात कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए सेल मुख्यालय ने क

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 09:00 AM (IST)
नहीं छोड़ा बीएसएल आवास तो छूटेगी नौकरी
नहीं छोड़ा बीएसएल आवास तो छूटेगी नौकरी

बोकारो : दो-दो आवास का लाभ लेनेवाले इस्पात कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए सेल मुख्यालय ने कड़ा निर्देश जारी किया है। यदि एक माह के अंदर आवास नहीं खाली किया तो उन्हें सीधे निलंबित कर दिया जाएगा। इसके लिए कॉरपोरेट स्तर के साथ स्थानीय स्तर पर भी सूची तैयार की जा रही है। नए साल से बोकारो इस्पात संयंत्र सहित सेल की सभी इकाईयों में दो-दो आवास रखनेवाले सेलकर्मियों को इसकी कीमत निलंबन आदेश के तौर पर चुकानी होगी। इन कर्मियों से आर्थिक दंड के रूप में एक बड़ी रकम वसूलने की तैयारी है। यह राशि उनके मासिक वेतनमान से काटी जाएगी। निष्पक्ष व पारदर्शी रूप से मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। इसमें नगर सेवा विभाग को छोड़ दूसरे अन्य विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे। टीम की यह जिम्मेवारी होगी कि वे आवासधारियों के विरुद्ध मिली शिकायत पर अनुसंधान कर वरीय अधिकारियों को इससे अवगत कराएंगे। -------------------------प्रबंधन ने बदली आवास आवंटन नीति

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प्रबंधन ने आवास आवंटन प्रणाली 2015 में संशोधन किया है। नए नियम के तहत सेल में काम करनेवाले एस-6 ग्रेड के बजाए अब एस-3 ग्रेड के कर्मचारी भी डी टाइप आवास के हकदार हो गए हैं। अधिशासियों के मामले में उन्हें पसंदीदा आवास योजना का लाभ दिया जा रहा है। वरीय प्रबंधक व उससे ऊपर ग्रेड के अफसरों को समय-समय पर बी टाइप आवास मनचाहे सेक्टर व तल में उपलब्ध कराई जा रही है।

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क्या है मामला :

अकेले बोकारो में दोहरे आवास का लाभ लगभग एक हजार से अधिक कर्मचारी व अधिकारी उठा रहे हैं। ये वैसे कर्मी हैं जिन्हें नए आवास का आवंटन हो चुका है। आवंटन के बाद भी उन्हेांने अपने पुराने आवास को नहीं छोड़ा। एक आवास से किराया भी वसूला जा रहा है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर उन्हें सीधे निलंबित करने का फैसला प्रबंधन लेने जा रहा है।

सेल प्रबंधन अपने कर्मियों को एक आवास से दूसरे आवास में स्थानांतरित होने के लिए तीन माह का समय देती है। तीन माह के बाद यदि उक्त कर्मी पुराने आवास को खाली नही करते हैं तो उनसे पैनल रेंट के मद में तीन हजार से लेकर छह हजार रुपये प्रतिमाह लिया जाता है। बीएसएल के कई ऐसे कर्मी हैं जो प्रबंधन के पैनल रेंट की राशि को समय पर चुकता कर अपने आवास को किराए पर लगा रखा है। वे किराएदार से दस से बारह हजार रुपये की वसूली प्रतिमाह कर रहे है। इससे नगर में आवासीय समस्या का संकट गहराता जा रहा है। इससे पूर्व बीएसएल में कंपनी की सेवा से रिटायर हो चुके अवैध कब्जेदारों से आवास खाली कराने का अभियान जारी है। प्रबंधन इस अभियान के बाद जनवरी माह से अपने सेवारत कर्मियों पर शिकंजा कसेगी।

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बाक्स मैटर

यूनियन नेताओं की मान्यता भी खतरे में

बोकारो :सेल में कई ऐसे एनजेसीएस व गैर एनजेसीएस श्रमिक संगठन हैं जो कंपनी के आवास का मनमाने तरीके से उपयोग कर रहे हैं। प्रबंधन द्वारा उन्हें कार्यालय के लिए आवास उपलब्ध कराए जाने के बाद भी दूसरे कई आवास पर उनका कब्जा है। सेल मुख्यालय इन श्रमिक संगठनों पर भी अब शिकंजा कसनेवाली है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके संगठन को सेल से ब्लैक लिस्टेड करने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। हालांकि सेलकर्मी की तर्ज पर यूनियन नेताओं को भी मसले पर अपना पक्ष रखने का अवसर प्रबंधन की ओर से दिया जाएगा। यदि मामले में नगर सेवा विभाग व प्रबंधन के अन्य अधिकारियों की मिलीभगत इसमें होगी तो श्रमिक संगठन के नेताओं के साथ उन पर कार्रवाई होगी।

सूत्रों का कहना है कि प्रबंधन बोकारो इस्पात संयंत्र के नगर सेवा विभाग में लंबे समय से एक ही स्थान में जमे कई अधिशासी व अनधिशासियों को नए साल में इधर से उधर करने की तैयारी चल रही है। संभावना जताई जा रही है बीएसएल में 31 दिसंबर को अधिकारी व कर्मचारियों का पदोन्नति आदेश जारी होने के साथ कई का तबादला किया जा सकता है।


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