रिपोर्ट के इंतजार में बीएसएफ जवान की मौत
जब तक हाथ में कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट नहीं रहेगी तब तक ब
जागरण संवाददाता, बोकारो : जब तक हाथ में कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट नहीं रहेगी, तब तक बोकारो के अस्पतालों में मरीज को कोई हाथ नहीं लगाएगा। इसी रिपोर्ट के इंतजार में बोकारो जनरल अस्पताल में भर्ती सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान उदय शर्मा की मौत रविवार को तड़के चार बजे हो गई। उदय शर्मा का पूरा परिवार सेक्टर-9 में रहता है। वह बीते 20 जुलाई को सिलिगुड़ी से बोकारो आए थे। 21 जुलाई को अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें बीजीएच में भर्ती कराया गया। उन्हें चिकित्सकों ने भर्ती से पूर्व कोरोना के संदेही वार्ड में भेज दिया। परिजनों का कहना हा कि 22 जुलाई को उनका कोरोना का सैंपल लिया गया, रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण उनका इलाज प्रारंभ नहीं हो सका। उनके इलाज को लेकर उदय शर्मा के पारिवारिक मित्रों ने बीजीएच के निदेशक डॉ. एके सिंह से लेकर सिविल सर्जन डॉ. एके पाठक तक से कई बार मिन्नत की, पर इलाज नहीं हुआ। परिणामस्वरूप सीमा सुरक्षा बल के जवान उदय शर्मा की रविवार की सुबह मौत हो गई।
छोटे भाई मनोज शर्मा का कहना है कि छह दिनों में किसी चिकित्सक ने नहीं देखा केवल नर्सिंग स्टाफ ने ही देखा। यदि समय रहते रेफर भी कर दिया गया होता तो शायद उनके भाई की जान बच सकती थी। यहां सभी संदेही मरीजों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। ------
दो हजार से अधिक लोगों की रिपोर्ट है पेंडिग : उदय शर्मा की मौत प्रकाश में आने वाली पहली घटना है पर सैकड़ों लोग कोरोना के रिपोर्ट के इंतजार में है कभी किसी गर्भवती महिला को प्रसव कराने के लिए बोकारो से बाहर जाना पड़ रहा है। तो कोई व्यक्ति इसलिए इलाज नहीं करा रहा है कि उसकी रिपोर्ट नहीं मिली है। जिले में अब तक 2300 लोगों की रिपोर्ट पेंडिग है।
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कोट :
इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं हुई है। समय-समय पर चिकित्सक देखते रहे हैं। उनकी मौत हृदयगति रुकने के कारण हो गई। उदय शर्मा को श्वसन तंत्र के संक्रमण को लेकर भर्ती कराया गया था। मणिकांत धान, प्रमुख संचार, बीजीएच।