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चिमनी का धुआं बंद करने को किया जा रहा विवश

वेज रिवीजन पर सेल प्रबंधन और एनजेसीएस नेता मजदूरों को गुमराह कर रहे हैं। एनजेसीएस नेताओं को मजदूरों ने उनके बेहतर भविष्य को लेकर अधिकृत किया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 08:45 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 08:45 PM (IST)
चिमनी का धुआं बंद करने को किया जा रहा विवश
चिमनी का धुआं बंद करने को किया जा रहा विवश

जागरण संवाददाता, बोकारो: वेज रिवीजन पर सेल प्रबंधन और एनजेसीएस नेता मजदूरों को गुमराह कर रहे हैं। एनजेसीएस नेताओं को मजदूरों ने उनके बेहतर भविष्य को लेकर अधिकृत किया है। बावजूद, एनजेसीएस नेताओं की कमजोरी का फायदा सेल प्रबंधन उठाते हुए वेज रिवीजन को 59 महीने से लंबित रखे हुए है, जिसे अब मजदूर बर्दाश्त नहीं करेंगे। 30 सितंबर को नन एनजेसीएस मोर्चा की ओर से बीएसएल के गोल चक्कर पर प्रदर्शन के पश्चात प्रबंधन को हड़ताल का नोटिस दिया जाएगा। जय झारखंड मजदूर समाज के महामंत्री बीके चौधरी ने सेक्टर-नौ कार्यालय में बुधवार को यूनियन की बैठक में यह बातें कही। कहा कि सेल प्रबंधन और एनजेसीएस नेताओं का गठबंधन एकबार फिर संयंत्र की चिमनी का धुआं बंद करने को बाध्य कर रहा है। आज वेज रिवीजन में विलंब की वजह से मजदूरों को तीन से चार लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। एनजेसीएस नेता बैठक पर बैठक करके मजदूरों को यह बताना चाह रहे हैं कि वे उनके अधिकार के लिए प्रबंधन के आगे झुकने को तैयार नहीं है, जबकि वास्तविकता यह है कि मजदूरों के वेज रिवीजन सहित अन्य मांगों पर दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है।

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बैठक में केके मंडल, आर बी चौधरी, यूसी कुंभकार, एसके सिंह, आशिक अंसारी, अनिल कुमार, राजेंद्र प्रसाद, बादल कोइरी, ओपी चौहान, सरोज कुमार, अभिमन्यु मांझी, वरिया तेली, धर्मेंद्र कुमार, उपेंद्र कुमार, विनोद कुमार, जानकी ठाकुर, आरपी मंडल, पूरन चंद्र महतो आदि उपस्थित थे।


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