नशाखुरानी गिरोह ने चलती ट्रेन से फेंका, सीआइएसएफ ने नक्सली समझ पीटा
Beating. नशाखुरानी गिरोह ने एक व्यक्ति को चलती ट्रेन से फेंक दिया। इसके बाद सीआइएसएफ ने नक्सली समझ उसकी पिटाई कर दी।
जागरण संवाददाता, बोकारो। बेंगलुरु में मजदूरी करने वाले बालीडीह थाना क्षेत्र (बोकारो, झारखंड) के धरमपुरा निवासी करमचंद सिंह ने अनूठी मिसाल पेश की है।
पिछले सप्ताह घर लौटने के क्रम में नशाखुरानी गिरोह के सदस्यों ने करमचंद को ट्रेन से नीचे फेंक दिया। राउरकेला के पहले उसे गिरोह ने शिकार बना लिया। उसके पास मौजूद रकम और बैग लूट लिया। उसके पैर जख्मी हो गए थे। किसी प्रकार रेलवे लाइन के किनारे करीब 36 घंटे तक चलते-चलते वह ऐसी जगह पहुंचा, जहां एक खदान चल रही थी। यहां उसे कोई राहत तो नहीं मिली उल्टे सीआइएसएफ जवानों ने भी उसकी पिटाई नक्सली समझकर कर दी। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
करमचंद ने बताया कि थाने में पुलिस ने सबसे पहले उसे भोजन कराया। तब उसे राहत मिली। इसके बाद उसकी मरहम पट्टी करवाई। पुलिस को उसने सारी कहानी बताई। तत्काल रेलवे थाने के एक अधिकारी ने बोकारो डीडीसी कार्यालय में कार्यरत महेश नायक को सूचना दी। महेश ने घरवालों को सूचित किया। घरवालों ने समाजसेवी डॉ. लंबोदर महतो को जानकारी दी। तब उसके घरवाले उसे जाकर ले लाए।