बहना ने भाई की कलाई से प्यार बांधा है..
बोकारो चास-बोकारो में श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया। कोरोना क
बोकारो: चास-बोकारो में श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया। कोरोना को लेकर नगर के कई मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद रखे गए हैं। इसलिए कुछ लोगों ने छोटे मंदिरों में भगवान की पूजा-अर्चना की गई। कुछ लोगों ने अपने घरों में ही ईश्वर की आराधना की। बहनों ने थाल में दीप जला कर भाइयों की आरती उतारी। उन्होंने भाई के माथे पर तिलक लगाया। इसके बाद उनकी कलाइयों पर राखी बांधी। भाई के दीर्घायु होने की कामना की। भाइयों ने बहनों को उपहार दिया। उन्होंने अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लिया। बहनों ने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने के बाद अन्न व जल ग्रहण किया। श्रीराम मंदिर के पुरोहित पं.शिव कुमार शास्त्री ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व में राखी का विशेष महत्व है। यह भाई-बहन के स्नेहिल रिश्ते की डोर को मजबूत करता है। यह पर्व सामाजिक व पारिवारिक एकबद्धता का सांस्कृतिक उपज रहा है। लोगों ने भगवान से कोरोना से मुक्ति दिलाने की कामना की। ग्रामीण क्षेत्र में भी राखी का त्यौहार मनाया गया।
-कोरोना को लेकर बरती सतर्कता
लोगों ने कोरोना को लेकर सतर्कता बरती। लोगों ने बाजार में राखी, मिठाई के अलावा पूजन सामग्रीकी खरीदारी की। इस दौरान लोगों ने मास्क लगा रखा था। नगर के होटल व रेस्तरां बंद थे। इसलिए बहनों ने घर पर विभिन्न प्रकार का व्यंजन बनाया।
-नर्स बहनों ने कोरोना मरीजों की कलाई पर बांधी राखी
सदर अस्पताल के कोरोना वार्ड में कार्यरत नर्स बहनें अपनी ड्यूटी पर तैनात थीं। उन्होंने कोरोना मरीजों की कलाई पर राखी बांधी। उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।