थियेटर में ही मिलता कला का सच्चा ज्ञान
बोकारो : थियेटर में ही व्यक्ति को कला का ज्ञान मिलता है। यह कला को निखारने का बेहतर प्ले
बोकारो : थियेटर में ही व्यक्ति को कला का ज्ञान मिलता है। यह कला को निखारने का बेहतर प्लेटफॉर्म है। इसके माध्यम से कलाकार अभिनय करना सीखता है। साथ ही अपनी काबिलियत का प्रदर्शन करता है। ये बातें बालीवुड अभिनेता मुश्ताक खान ने नया मोड़ में कही।
कहा कि सिर्फ चकाचौंध देखकर ही सिनेमा जगत में जाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। पहले अपनी क्षमता का आकलन करना चाहिए। अपनी क्षमता व रुचि के अनुरूप ही क्षेत्र का चयन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीवी कलाकार के पास सीखने का वक्त नहीं होता। कलाकारों को अभिनय का मूल ज्ञान होना जरूरी है।
ज्ञान की कमी होने से उनमें आत्मविश्वास की भी कमी होगी। झारखंड राज्य में प्रतिभा की कमी नहीं है। यहां बेहतर लोकेशन है। झारखंड में फिल्मों का निर्माण तेजी से बढ़ा है। यह कलाकार व तकनीशियन सबके लिए बेहतर है। कहा कि नाट्य मंचन अभिनय की कार्यशाला है, जहां मिलावट नहीं है। यहां कोई झूठी वाहवाही नहीं देगा। कई ए¨क्टग क्लासेस हैं, जहां जितने लोग चाहें एडमिशन करा सकते हैं। ऐसे में संस्थान की मानसिकता धनार्जन की हो जाती है। फिल्म राम राज्य की शू¨टग के लिए उनके साथ धोनी अनटोल्ड स्टोरी में बेहतर अभिनय करनेवाले राजेश शर्मा के अलावा मुख्तार खान बोकारो पहुंचे।