693 लोगों की हुई स्क्रीनिग, किए गए क्वारंटाइन
स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम ने गुरुवार को 693 ऐसे लोगों को चिन्हित किया जो दूसरे राज्यों से यहां आए थे। टीम ने सभी की स्क्रीनिग करते हुए उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया।
जागरण संवाददाता, बोकारो: स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम ने गुरुवार को 693 ऐसे लोगों को चिन्हित किया, जो दूसरे राज्यों से यहां आए थे। टीम ने सभी की स्क्रीनिग करते हुए उन्हें होम क्वारंटाइन कर दिया। बेरमो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 29, चंदनकियारी में 122, चास में 23, गोमिया में 128, नावाडीह में 124, जरीडीह में 64, कसमार में 34, पेटरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 25 एवं सदर अस्पताल में 144 लोगों की स्वास्थ्य जांच करते हुए उन्हें होम क्वारंटाइन किया गया।
मालूम हो कि अबतक बेरमो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 1003, चंदनकियारी में 2752, चास में 1031, गोमिया में 2949, नावाडीह में 3168, जरीडीह में 1320, कसमार में 679, पेटरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 1182 एवं सदर अस्पताल में 1874 प्रवासी लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है। बता दें कि 15 फरवरी के बाद दूसरे राज्यों से आए लोगों की संख्या 17424 हो गई है। इनमें से 9651 लोग होम क्वारंटाइन में हैं। वहीं, 138 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। 1328 लोगों ने क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर ली है। 15958 लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है। ---------------------- क्वारंटाइन पर गए 220 मजदूरों की स्वास्थ्य जांच: चंदनकियारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में चिकित्सकीय टीम ने प्रखंड में होम क्वारंटाइन किए गए 220 लोगों की स्वास्थ्य जांच गुरुवार को की। प्रखंड के बोदमा, कुसुमकियारी, बेड़ाटांड़, चंदनकियारी एवं बाटबिनोर आदि गांव में इन लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। चिकित्सकीय टीम में डॉ. संजय कुमार, डॉ. एपिल टोप्नो सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।
क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण, लगाया खानापूर्ति का आरोप: निर्माणाधीन चंदनकियारी सामुदायिक भवन में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण गुरुवार को अंचलाधिकारी ने किया। इस दौरान यहां रह रहे लोगों ने सेंटर में सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति का आरोप लगाया। वहीं, जैनामोड़ एएनएम ट्रेनिग सेंटर में रखे गए छह प्रवासी मजदूरों का सैंपल कोरोना जांच के लिए गुरुवार को लिया गया। ये मजदूर महाराष्ट्र से यहां अपने घर आए थे।