250 करोड़ से बनेगा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क, सितंबर से शुरू होगा काम
बोकारो का एसटीपीआई राज्य का चौथा एसटीपीआई का केंद्र होगा। यहां बीपीओ कंपनियों के दफ्तर खुलेंगे।
बोकारो। बोकारो में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क का सपना आने वाले दो वर्षों में साकार हो जाएगा। एसटीपीआई को जमीन हस्तांतरण करने की प्रक्रिया जियाडा की ओर से पूरी कर ली गई है। जियाडा ने एसटीपीआई को बालीडीह के स्थित अपने कार्यालय के बगल में 1.45 एकड़ जमीन का हस्तांतरण कर दिया है। वहीं, एसटीपीआई ने भवन निर्माण के लिए निविदा की प्रक्रिया भी पूरी कर ली है। संभावना है कि सितंबर माह से काम भी प्रारंभ हो जाएगा। बोकारो का एसटीपीआई राज्य का चौथा एसटीपीआई का केंद्र होगा। यहां बीपीओ कंपनियों के दफ्तर खुलेंगे।
इधर, नए केंद्र की स्थापना को लेकर एसटीपीआई ने निविदा की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है। बोकारो केंद्र को सॉफ्टवेयर के साथ इलेक्ट्रोनिक का भी केंद्र बनाया जाएगा, ताकि एसटीपीआई की मदद से बियाडा क्षेत्र में इलेक्ट्रोनिक वस्तुओं के निर्माण करने वाली इकाई की स्थापना हो सके।
अब तक राज्य में साफ्टवेयर विकसित करने वाली बड़ी कंपनियों का अभाव है। वहीं, बीपीओ सेवाओं के लिए दूरसंचार व अन्य कंपनियां दिल्ली, कोलकाता, मुंबई व दूसरे शहरों पर आश्रित हैं। इसके बनने के बाद क्षेत्र की सूरत बदल जाएगी। खासकर बोकारो में चल रहे तकनीकी संस्थानों के छात्रों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा। इसके निर्माण पर 200 करोड़ की लागत पूर्व में निर्धारित थी, पर वर्तमान में 250 करोड़ से अधिक के निवेश की संभावना है।
रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे
1. देश की बड़ी आइटी कंपनियों का यहां दफ्तर खुलेगा।
2. कम से कम पांच सौ तकनीकी व कंप्यूटर विशेषज्ञों को विभिन्न कंपनियों में रोजगार मिलेगा।
3. राज्य सरकार व निजी संस्थानों की सॉफ्टवेयर व सूचना प्रौद्योगिकी की जरूरत को पूरा करने में मदद मिलेगी।
4. पीएम के डिजिटल इंडिया अभियान को गति मिलेगी।
5. इस्पात की नगरी बोकारो का सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में प्रवेश होगा।
6. कंप्यूटर तकनीकी के प्रशिक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के केंद्रों की स्थापना होगी।
7. बोकारो के पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग के छात्रों को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा।
8. इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद के निर्माण के लिए प्रोत्साहन योजना की शुरुआत व तकनीकी मदद मिल सकेगी।
जियाडा द्वारा जमीन का हस्तांतरण कर दिया गया है, साथ ही एसटीपीआई द्वारा राशि का भुगतान भी हो गया है। उनके द्वारा निविदा की प्रक्रिया पूरी की जा रही है, जिसके बाद काम प्रारंभ होगा। जियाडा की ओर से उद्योगों की स्थापना के लिए भरपूर सहयोग दिया जा रहा है। इस केंद्र की स्थापना से रोजगार का अवसर बढ़ेगा। - मनोज जायसवाल, सचिव बियाडा