बुलंद हौसले से जियाफा ने छू लिया आसमां
चास कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय चास की जियाफा आफरीन ने हौसले की उड़ान से सफलता
चास: कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय चास की जियाफा आफरीन ने हौसले की उड़ान से सफलता की राह तय की। इसने झारखंड अधिविद्य परिषद् मैट्रिक की परीक्षा में 476 अंक के साथ जिला में टॉपर बनने का गौरव हासिल किया। इसने हिन्दी में 95, गणित में 100, विज्ञान में 98, अंग्रेजी में 91, संस्कृत में 92 एवं सामाजिक विज्ञान में 76 अंक हासिल किया।
माता-पिता ने किया प्रोत्साहित
जियाफा के पिता पिपराटांड़ निवासी खुर्शीद जमाल राजमिस्त्री का काम करते हैं। माता मुनेजा बीवी गृहिणी हैं। वह तीन भाई-बहन में सबसे बड़ी है। पिता की आय काफी कम है। इसलिए वे इसका दाखिला निजी विद्यालय में नहीं करा सके। जियाफा पढ़ने में अव्वल है। इसलिए उन्होंने इसे बेहतर शिक्षा प्रदान करने की ठानी और कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय चास में दाखिला करा दिया। इसने शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन में कठिन परिश्रम किया। मैट्रिक की परीक्षा में बेहतर अंक हासिल कर अपना इरादा जाहिर कर दिया।
चिकित्सक बनने की इच्छा
जियाफा चिकित्सक बनना चाहती है। वह अपने सपने को साकार करने के लिए कठिन परिश्रम कर रही है। इसने इंटरनेट व मोबाइल से पूरी तरह दूरी बनाई। समय प्रबंधन के साथ पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित किया। इसे संगीत से लगाव है। जियाफा को फुटबॉल खेलना पसंद है। उसने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व शिक्षकों को दिया।
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