प्राचीन गुफा से मां की पिंडियों के अलौकिक दर्शन कर रहे श्रद्धालु
संवाद सहयोगी, कटड़ा : मां वैष्णो देवी के भवन और आधार शिविर में बुधवार को एक बार फिर
संवाद सहयोगी, कटड़ा : मां वैष्णो देवी के भवन और आधार शिविर में बुधवार को एक बार फिर मौसम के मिजाज बदल गए। आसमान में दिनभर घने बादलों का जमघट लगा रहा और बर्फीली हवाएं चलती रहीं। मां वैष्णो देवी के भवन के साथ ही कटड़ा में रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही। श्रद्धालु दिनभर अपने परिजनों के साथ भवन की ओर रवाना होते रहे। वहीं, प्राचीन गुफा से मां वैष्णो देवी की पिंडियों के दर्शन करने वालों के हौसले बुलंद हैं।
कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा श्रद्धालुओं के लिए रुक-रुक कर उपलब्ध होती रही, लेकिन भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा के साथ ही वैष्णो देवी मंदिर और भैरो घाटी के बीच चलने वाली पैसेंजर केवल कार सेवा आम दिनों की तरह श्रद्धालुओं को उपलब्ध रही। प्राचीन गुफा के दर्शन
कर श्रद्धालु हो रहे धन्य
मां वैष्णो देवी यात्रा में गिरावट के साथ ही गत सोमवार देर रात से श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए हैं। श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन के साथ ही प्राचीन गुफा के दर्शन कर रहे हैं। दिल्ली से अपने परिजनों के साथ आए श्रद्धालु लाडी र¨वदर मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शनों के साथ ही प्राचीन गुफा के दर्शन कर फूले नहीं समा रहे हैं। उनका कहना है कि प्राचीन गुफा के दर्शन कर मानो उनका जीवन धन्य हो गया हो। हालांकि वह कई वर्षो से मां के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं, लेकिन पहली बार उन्हें प्राचीन गुफा के दर्शन हुए हैं।
मुंबई से आए श्रद्धालु संजय जैन ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे मां वैष्णो देवी के दर्शन के साथ ही प्राचीन गुफा के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। गुजरात के श्रद्धालु विजय पटेल ने बताया कि मां वैष्णो देवी के अलौकिक दर्शन के साथ ही प्राचीन गुफा के दर्शन बहुत ही दुर्लभ हैं। मानो आज मां वैष्णो देवी ने उनकी सभी मुरादें पूरी कर दी हों। श्राइन बोर्ड ने बीती रात 11 बजे से सुबह चार बजे तक प्राचीन गुफा के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए। बुधवार को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक श्रद्धालुओं को प्राचीन गुफा के दर्शन हुए। आठ हजार श्रद्धालु वैष्णो देवी
भवन की ओर हो चुके रवाना
गत मंगलवार को जहां करीब 11300 श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के चरणों में हाजिरी लगाई थी। वहीं, बुधवार को दोपहर 3.30 बजे तक करीब आठ हजार श्रद्धालु पंजीकरण करवा कर अपने परिजनों के साथ वैष्णो देवी भवन की ओर रवाना हो चुके थे। आपदा प्रबंधन दल व श्राइन बोर्ड प्रशासन पूरी तरह सतर्क
मौसम के मिजाज को देखते हुए आपदा प्रबंधन दल के साथ ही श्राइन बोर्ड प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। बुधवार को वैष्णो देवी भवन के साथ ही त्रिकुटा पर्वत और कटड़ा में हल्की बारिश शुरू हो गई, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि श्रद्धालुओं को जल्द ही एक बार फिर त्रिकुटा पर्वत के साथ ही वैष्णो देवी मंदिर और अन्य क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी देखने को मिल सकती है, जिसका श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।