Udhampur: नशामुक्ति केंद्र में व्यक्ति की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, जांच में जुटी पुलिस
Udhampur News चोपड़ा शाप स्थित नशामुक्ति केंद्र में उपचार के लिए आए नगरोटा के एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मृतक के स्वजनों ने नशामुक्ति केंद्र में उसके साथ मारपीट के साथ उसकी हत्या करने के आरोप लगाए हैं।
ऊधमपुर, जागरण संवाददाता।
चोपड़ा शाप स्थित नशामुक्ति केंद्र में उपचार के लिए आए नगरोटा के एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मृतक के स्वजनों ने नशामुक्ति केंद्र में उसके साथ मारपीट के साथ उसकी हत्या करने के आरोप लगाए हैं।उन्होंने इस पूरे मामले में नशामुक्ति केंद्र की भूमिका को संदेहास्पद बताते हुए पुलिस से न्याय की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के बाद वारिसों को सौंप दिया है।
संदिग्ध परिस्थितियों में मिला युवक
पुलिस ने मौके के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। चोपड़ा शाप में चल रहे नशामुक्ति केंद्र में संदिग्ध परिस्थितियों में मारे गए व्यक्ति की पहचान रवि कुमार उर्फ बबलू (38) पुत्र हंस राज निवासी नगरोटा, जम्मू के रूप में बताई गई है। जिला अस्पताल में शवगृह के बाहर मौजूद मृतक के भाई राकेश कुमार ने बताया कि रवि को नशे की लत थी। चोपड़ा शाप स्थित होप नशामुक्ति केंद्र में उपचार के लिए छह माह पहले छोड़ा था।
80 हजार रुपये भी दिए गए
नशामुक्ति केंद्र के लोगों ने छह माह के उपचार के बाद रवि द्वारा कभी नशा न करने सहित अन्य कई दावे किए थे। रवि के उपचार के लिए केंद्र ने उनसे 80 हजार रुपये भी लिए। छह माह की अवधि पूरी होने पर जब रवि घर लौटा तो एक दिन ठीक रहने के बाद वह फिर से नशा करने लगा। उसके बाद उन्होंने नशामुक्ति केंद्र के संचालक से बात की।
मारपीट न करने के लिए विशेष रूप से आग्रह किया
इस पर उन्होंने रवि को फिर नशामुक्ति केंद्र ले जाने की बात कही। दो-तीन दिन बाद जम्मू से नशामुक्ति केंद्र के लोग आए और रवि को साथ लेकर चले गए। जाते समय उन्होंने उन लोगों को रवि पर डर बनाए रखने, मगर उसके साथ मारपीट न करने के लिए विशेष रूप से आग्रह किया था। केंद्र वालों ने उपचार की फीस के अलावा लाने और ले जाने के लिए कैरिज चार्ज भी लिए।
रवि ने भागने का किया प्रयास
मृतक के भाई ने बताया कि शनिवार को फोन आया कि रवि ने भागने का प्रयास किया, जिसमें उसको थोड़ी चोट लग गई है। वह शाम को साढ़े चार बजे के करीब नशामुक्ति केंद्र पहुंचे, जहां पर अंदर आठ-दस लोग मौजूद थे। अंदर से पूछने पर जब बताया गया कि दो लोग आए हैं तो गेट खोला गया। उनको चाय, पानी पूछा जाता रहा, मगर बार-बार रवि से मिलाने के लिए कहने के बावजूद नहीं मिलाया गया।
दीवार फांदने की कोशिश
इसके बाद एक व्यक्ति ने कहा कि रवि ने भागने के लिए दीवार फांदने की कोशिश की, जिसमें गिरने की वजह से लगी चोट के कारण उसकी मौत हो गई। उन्होंने आरोप लगाया कि नशामुक्ति केंद्र वालों ने न तो पुलिस को सूचित किया और न ही रवि की मेडिकल जांच करवाई। जब उन लोगों ने पुलिस और मीडिया के न आने तक शव न ले जाने की बात की तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। इसके बाद कमरे में रखे रवि के शव को वाहन में डालकर जिला अस्पताल के शवगृह ले आए।
शरीर पर चोटों के काफी निशान
उन्होंने आरोप लगाया कि रवि के शरीर पर चोटों के काफी निशान हैं। इससे साफ लग रहा है कि उसे बुरी तरह से मारा गया है। इस पर वह रैंबल पुलिस थाना पहुंचे और थाना प्रभारी को पूरे मामले की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच और कार्रवाई शुरू कर दी है।