Udhampur News: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पुल के निर्माण में देरी से लोगों में रोष
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के 50 से अधिक गांवों के लोगों का सब्र क्षीण सा होता नजर आ रहा है जो पिछले दो साल से एक छोटी नदी पर नए पुल बनने का इंतजार कर रहे हैं। लोगों को इसके लिए 18 किलोमीटर अतिरिक्त चलन पड़ रहा है।
उधमपुर, पीटीआई । जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के 50 से अधिक गांवों के लोगों का सब्र क्षीण सा होता नजर आ रहा है, जो पिछले दो साल से एक छोटी नदी पर नए पुल बनने का इंतजार कर रहे हैं।
उत्तरी सेना कमान मुख्यालय से एक किलोमीटर आगे सेना छावनी में स्थित 70 साल पुराने बिरवान पुल को दो साल पहले असुरक्षित घोषित कर दिया गया था, क्योंकि उसमें दरारें पड़ गई थीं, जिससे सेना की आवाजाही पर असर पड़ा था। इलाके में डेढ़ लाख से अधिक आबादी है, जिसको मजबूरन जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग तक पहुंचने के लिए 18 किमी का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
हालांकि, उधमपुर जिला विकास परिषद के अध्यक्ष लालचंद ने लोगों से धैर्य रखने की अपील करते हुए आश्वासन दिया है कि डबल लेन का निर्माण शुरू करने के लिए कार्यकारी एजेंसी सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) मिट्टी परीक्षण रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह परियोजना की निगरानी कर रहे हैं।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष एन सी भट्टी ने कहा कि हमने नए पुल की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने एक ऐसे पुल की मांग की जिसका इस्तेमाल यात्री वाहनों द्वारा किया जा सके।
गढ़ी के वरिष्ठ नागरिक मंच के महासचिव अमरीक सिंह ने कहा कि काम शुरू करने में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि प्रशासन गहरी नींद में सो रहा है... उन्हें अपनी नींद से जगाने की जरूरत है। लोग परेशान हैं क्योंकि उन्हें अपने इस मार्ग पर दो घंटे खर्च करने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों की सुविधा के लिए बेली ब्रिज के जरिए जम्मू-उधमपुर और कटरा-उधमपुर सेवा तत्काल शुरू करने पर विचार करना चाहिए।
स्थानीय कांग्रेसी नेता सुमित मंगोत्रा ने कहा कि प्रशासन ने छह महीने पहले पुराने पुल को हटाना शुरू किया और इससे स्थानीय लोगों में यह उम्मीद जगी कि एक साल के भीतर नया पुल बन जाएगा। हालांकि, काम दो हफ्ते के अंदर बंद हो गया और तब से लेकर अब तक कोई प्रगति नहीं हुई।