Udhampur News: मां राघेन्या के दर्शनों को ऊधमपुर से खीर भवानी रवाना हुआ भक्तों का जत्था
Udhampur Newsजम्मू-कश्मीर के मां राघेन्या के दर्शनों को ऊधमपुर से खीर भवानी भक्तों का जत्था रवाना हुआ है। इस बार जी-20 बैठक के चलते हालातों को लेकर कश्मीरी पंडितों में अनिश्चिता के चलते कई लोगों ने पंजीकरण नहीं कराया।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर: जम्मू -कश्मीर के गांदरबल जिला में तुलमुला स्थित कश्मीरी पंडितों के सबसे पवित्र एवं पूजनीय तीर्थ स्थल खीर भवानी मंदिर में जेष्ठ अष्टमी के दिन शीश नवाने के लिए ऊधमपुर से भक्तों का जत्था मां राघेन्या के जयकारे लगाते रवाना हुआ। इस बार जत्थे में काफी कम भक्त शामिल थे।
कश्मीरी पंडितों की धार्मिक और सांस्कृति की पहचान के प्रतीक खीर भवानी मंदिर में हर वर्ष जेष्ठ अष्टमी पर खील भवानी मेला आयोजित होता रहा है। मां खीर भवानी के प्रति कश्मीरी पंडितों की असीम आस्था है। जिसके चलते देश के बिभिन्न हिस्सों तथा विदेशों से भी कश्मीरी पंडित परिवार सहित मेले में दर्शनों के लिए प्रति वर्ष आते हैं।
कश्मीर पंडितों का छोटा जत्था खीर भवानी हुआ रवाना
इसी के तहत ऊधमपुर जिला से भी कश्मीर पंडितों का छोटा जत्था बस से खीर भवानी के लिए रवाना हुआ। सुबह सात बजे से ही कश्मीर पंडितों को खीर भवानी ले जाने के लिए जेकेएसआरटीसी की बस नंबर जेके02वाई1140 डीसी दफ्तर ऊधमपुर के बाहर खड़ी थी। जहां पर रिलीफ के जोनल अधिकारी ऊधमपुर राजकुमार मौजूद थे। उन्होंने बताया कि खीर भवानी यात्रा के लिए पंजीकर्ण किया जा रहा था।
बताया कि इस बार यात्रा में काफी छोटा जत्था गया है। शुक्रवार को रवाना हुए जत्थे में 6 पुरुष, 5 महिलाएं व एक बच्चा शामिल हैं। ऊधमपुर से जाने वाले श्रद्धालुओं को ले जाने वाली बस जम्मू से रवाना हुई बसों के ऊधमपुर पहुंचने पर उनके साथ शामिल होकर घाटी के रवाना हो गई।
जी-20 के चलते कम लोगों ने कराया था पंजीकरण
इस अवसर पर यात्रा पर जा रहे कश्मीरी पंडित परिवारों ने बताया कि कोरोना से पहले तक ऊधमपुर से श्रद्धालुों की दो भरी हुई बसें जाती थी। मगर कोरोना के बाद से इसमें कमी आई है। इस बार जी-20 बैठक के चलते हालातों को लेकर कश्मीरी पंडितों में अनिश्चिता के चलते कई लोगों ने पंजीकरण नहीं कराया।
कई कश्मीर पंडित परिवार जम्मू में खीर भवानी मंदिर में माथा टेकने जाएंगे। उन्होंने कहा कि हालात सामान्य हो रहे हैं और मां राघेन्या की कृपा से जल्द ही बड़ी संख्या में पहले की तरह कश्मीरी पंडित तुलमुला में मां राघेन्या के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचेगे।